कैंसर पीड़ित मरीज की जान बचाने के लिए विक्रम सिंह भाटी ने 7 दिनों में दो बार किया प्लेटलेट्स दान 

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर.क्या आपने कभी सोचा है कि असली पुण्य क्या है? मंदिरों में घंटी बजाना या किसी जरूरतमंद की मदद करना? “जन सेवा के समान कोई पुण्य नहीं” – यह सिर्फ एक कहावत नहीं, बल्कि एक जीवन मंत्र है।

समाज सेवा का महत्व आज के दौर में बढ़ता जा रहा है। जहां एक ओर लोग अपने व्यक्तिगत जीवन में व्यस्त हैं, वहीं दूसरी ओर बीकाणा ब्लड सेवा समिति के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह भाटी जैसे कुछ लोग अपनी ज़िंदगी दूसरों की सेवा में समर्पित कर रहे हैं।

बीकाणा ब्लड सेवा समिति के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह भाटी ने 42 वर्षीय कैंसर के मरीज की जान बचाने के लिए सात दिन के अंदर दो बार प्लेटलेट्स दान कर यह साबित कर दिखाया कि सेवा करने के लिए आपमें सिर्फ जज्बे और हौंसले की आवश्यकता होती है। विक्रम सिंह भाटी द्वारा एक कैंसर के मरीज की जान बचाने के लिए उठाया गया यह कदम न केवल प्रेरणादायक है बल्कि एक शिक्षा भी है कि कैसे एक व्यक्ति की निःस्वार्थ सेवा कई ज़िंदगियों को बचा सकती है।

दरअसल, बीकाणा ब्लड सेवा समिति के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह भाटी ने जैसलमेर से आए एक 42 वर्षीय कैंसर के मरीज़ को अपनी प्लेटलेट्स (SDP) दिनांक 25 जुलाई 2024 को दी थी। लेकिन आज पुनः उसी मरीज़ की जीवन रक्षार्थ आपात प्लेटलेट्स (SDP) की आवश्यकता होने पर समिति के अध्यक्ष दीपक सारस्वत ने समिति के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह भाटी जी को फ़ोन करके सूचित किया तो विक्रम सिंह भाटी अपने सारे कार्य छोड़ कर मरीज़ की मदद के लिये स्थानीय पीबीएम अस्पताल के ब्लड बैंक में पहुँच कर आवश्यक सारे टेस्ट करवा कर तत्काल अपनी प्लेटलेट्स (SDP) देकर मरीज़ को राहत पहुंचाई।

क्या है प्लेटलेट्स दान ?

प्लेटलेट्स दान एक विशेष प्रक्रिया होती है जिसमें आपके खून से प्लेटलेट्स अलग करके बाकी खून को आपके शरीर में वापस डाल दिया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग किया जाता है और यह करीब ढाई घंटे तक चलती है। ज़रूरत पड़ने पर प्लेटलेट्स का दान हर सात दिन में किया जा सकता है वो आवश्यक चिकित्सीय परीक्षण जाँच उपरांत, जिससे कई मरीजों की जान बचाई जा सकती है।

विक्रम सिंह ने भाटी ने यह नि:स्वार्थ सेवा न केवल एक मरीज की जान बचाने के लिए की, बल्कि आम जन को एक सन्देश भी दिया कि कैसे छोटे-छोटे कदम भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। प्लेटलेट्स का दान कैंसर मरीजों, दुर्घटना पीड़ितों और रक्त विकार से पीड़ित मरीजों के लिए जीवन रक्षक होता है। विक्रम सिंह भाटी की यह पहल उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो रक्त और प्लेटलेट्स दान करने के बारे में सोच रहे हैं।

विक्रम सिंह भाटी के इस पुण्य कार्य के लिए बीकाणा ब्लड सेवा समिति के संस्थापक रवि व्यास पारीक, दीपक सारस्वत अध्यक्ष, श्रीमती अनुराधा उपाध्यक्ष महिला संगठन, गजेंद्र सिंह (गज्जू बन्ना) उपाध्यक्ष, जयशंकर शर्मा सचिव, विष्णु गोपाल खत्री सचिव, घनश्याम कुचेरिया, एडवोकेट श्याम कठातला महामंत्री, दीपक शर्मा सह-सचिव, सुभाष स्वामी सह-सचिव, कपिल कुमार दुबे सह-सचिव ने विक्रम सिंह भाटी को इस पुनीत सेवा कार्य के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद दिया एवं आभार व्यक्त किया।