विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। खबर हमारी विश्वास आपका। विधायक जेठानंद व्यास ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि वे जनहित के वास्तविक पैरोकार हैं। गोपेश्वर बस्ती के जिस क्षेत्र में तीन दिन पहले पानी की टंकी के भूमिपूजन को लेकर तथाकथित विरोध हुआ, विधायक को उसकी स्क्रिप्ट की जानकारी थी। फिर भी लगभग पचास हजार लोगों के हित को ध्यान रखते हुए विधायक ना सिर्फ वहां पहुंचे, बल्कि काम चालू करवाया और निर्माण एजेंसी को साफ हिदायत दे दी, कि कुछ लोगों के निजी स्वार्थ के कारण काम प्रभावित नहीं हो। इसमें कोई दो राय नहीं है कि जेठानंद के स्थान पर कोई और विधायक होता तो इस विवाद से बचने की कोशिश करता, जैसा आज तक होता आया है। लेकिन वर्तमान विधायक ने बता दिया कि वह ऐसे शगूफों से डरने वाले नहीं हैं। यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी कई बार जेठानंद ने खुद को दूसरे जनप्रतिनिधियों से अलग साबित किया है। बीकानेर पश्चिम क्षेत्र की सड़कों के लिए 8 करोड़ अतिरिक्त स्वीकृत करवाए। जब इसे परकोटे के बाहर खर्च करने की बात चली, तो पुरजोर विरोध किया और समूची राशि शहर में खर्च कर सड़कों की स्थिति सुधारने का पक्ष रखा। गंदे पानी की समस्या के समाधान के लिए 100 करोड़ रुपए आए, तो भी साफ कह दिया कि पश्चिम के उन सभी क्षेत्रों का ध्यान रखा जाए, जहां के लोगों को बरसाती दिनों में नरकीय जीवन जीना पड़ता है। विधानसभा में श्रमिक, निविदा और संविदा कार्मिकों, पुजारियों, मंदिरों से अतिक्रमण हटाने, बीकेईएसएल की मनमानी के विरुद्ध आवाज उठाने जैसे संवेदनशील मुद्दे पर विरोध के डर से डरे बिना बेबाकी से बात रखी। पहली बार शहरी क्षेत्र में विधायक सेवा केंद्र के माध्यम से आमजन के सुख-दुःख का भागीदार बनने वाला विधायक किसी ने देखा है। वरना पहले तो हेल्पलाइन के लिए पांच साल तक इंतजार करना पड़ा। बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार मेला लगाना, जिला अस्पताल में आमूलचूल बदलाव और अगले साल के अंत तक रेल फाटकों की समस्या के स्थाई समाधान का संकल्प लेकर विधायक ने अपने कार्यकाल के पहले आठ महीनों में जनता के बीच ऐसी छवि बना ली है, जिसे शायद विरोधी सहन नहीं कर पा रहे। राजनीतिक जमीन सरकती देख विपक्षी लोगों के हिस्से केवल विरोध जैसी ओछी हरकतें रह गई हैं। अच्छी बात है यह है कि ऐसी प्रत्येक हरकत के बाद जेठानंद और अधिक मजबूती के साथ उभर रहा है।