विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। खबर हमारी विश्वास आपका। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कृषि यंत्र व मशीनरी परीक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र में पहली बार ट्रेक्टर एवं कृषि यंत्रों के संचालन एवं रखरखाव पर सात दिवसीय ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। इसका समापन कार्यक्रम बुधवार को मानव संसाधन निदेशालय सभागार में आयोजित हुआ। जिसके मुख्य अतिथि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति डॉ मनोज दीक्षित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डॉ अरुण कुमार ने की। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मनोज दीक्षित ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को कृषि से जुड़ी मशीनों की बारीकियों का ज्ञान होना आवश्यक है तभी हम उनका बेहतर इस्तेमाल कर पाते हैं। साथ ही कहा कि अब जमाना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी है लिहाजा खेती किसानी में भी इसका अधिक से अधिक इस्तेमाल करें ताकि वक्त के साथ चल सकें।
कुलपति डॉ अरुण कुमार ने कहा कि हमारे कृषि वैज्ञानिक अगर छोटे और मझोले किसानों को ध्यान में रखते हुए कृषि यंत्रों का निर्माण करे तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। साथ ही कहा कि जिन किसानों ने सात दिवस की ट्रेनिंग में जो सीखा है वह अन्य किसानों को भी बताएं ताकि उन्हें भी इसका लाभ मिल सके। कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने बताया कि उन्होने मशीनरी खरीद तो ली थी लेकिन उन्हें पूरी जानकारी नहीं थी। ट्रेनिंग में बहुत कुछ सीखने को मिला। जिसका उपयोग वे भविष्य में करेंगे।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन अनुसंधान निदेशक डॉ विजय प्रकाश ने दिया। कार्यक्रम संयोजक और कृषि यंत्र व मशीनरी परीक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डॉ वाई.के.सिंह ने बताया कि इस सात दिवसीय ट्रेनिंग में बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अनूपगढ़, पंजाब के लुधियाना, उत्तराखंड के पंतनगर इत्यादि जगहों से कुल 24 किसानों ने हिस्सा लिया। प्रशिक्षण के दौरान ट्रैक्टर, एमबी प्लाऊ, सीड ड्रिल, कस्टम हायरिंग ( थ्रेसर, रोटावेटर, कल्टीवेटर) इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इंजीनियर जे.के.गौड़ ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन डॉ मंजू राठौड़ ने किया। कार्यक्रम में डीन, डायरेक्टर्स, प्रतिभागी उपस्थित रहे।