मानसिक रूप से परिपक्व होता है शातिर, प्रत्येक परिस्थिति का आत्मविश्वास के साथ कर सकता मुकाबला: विधायक व्यास

जिला स्तरीय स्कूली शतरंज प्रतियोगिता शुरू

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। खबर हमारी विश्वास आपका। 68वीं जिला स्तरीय विद्यालयी शतरंज प्रतियोगिता रविवार को एनडी मॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल के तत्वावधान में गवरा देवी गेस्ट हाउस में प्रारंभ हुई।प्रतियोगिताओं के अंडर 14, 17 और 19 वर्ष आयु वर्ग में 600 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।

उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास थे। उन्होंने कहा कि शतरंज का खिलाड़ी (शातिर) मानसिक रूप से बेहद परिपक्व होता है और पूरे आत्मविश्वास के साथ जीवन में आने-वाले उतार-चढ़ावों का सामना कर सकता है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में शतरंज के खिलाड़ियों का आगे आना बीकानेर के भविष्य की दृष्टि से अच्छे संकेत हैं। विधायक ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार खेलों के विकास के लिए कृत संकल्प है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज हमारा देश वैश्विक स्तर पर खेलों में अनेक उपलब्धियां हासिल कर रहा है।वहीं मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने भी खेलों के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि शहर के खिलाड़ी इसे समझते हुए आगे बढ़ें तथा देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन करें।

कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि उप जिला शिक्षा अधिकारी (शारीरिक शिक्षा) अनिल बोड़ा ने कहा कि बीकानेर के अनेक खिलाड़ियों ने शतरंज में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने विश्वास जताया कि स्कूली प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थी आने वाले समय में इस परंपरा को कायम रखेंगे।

जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक हरिशंकर आचार्य ने कहा कि स्कूली प्रतियोगिताएं बच्चों में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा पैदा करने का माध्यम होती हैं। स्कूलों को चाहिए कि वे अधिक से अधिक बच्चों को इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बीकानेर की खेल परंपरा पर प्रकाश डाला।

इससे पहले विधायक व्यास ने मां सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। उन्होंने बाल शातिर के साथ मोहरे चलाते हुए प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। विद्यालय व्यवस्थापक श्रीमती संतोष व्यास ने आगंतुकों का आभार जताया तथा प्रतियोगिता का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन बीडी हर्ष ने किया।

इस दौरान मोहर सिंह सलावद, संयोजक विद्यालय से सुनील हर्ष, शतरंज कोच भानु प्रकाश आचार्य, निर्णायक मंडल से ऋषिराज व्यास, भवानी शंकर आचार्य, गिरिजा शंकर हर्ष, डॉ. कृष्णा आचार्य मौजूद रहे।