राजमाइक्रोकॉॅन 2024 कान्फ्रेस का हुआ शुभारम्भ : नए इंफेक्शन डिजीज पर हूआ मंथन

डॉक्टर की सहमति बगैर नहीं करें एण्टीबायॉटिक दवाईयों का उपयोग

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर।सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायलॉजी विभाग तथा इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल माइक्रोबायलॉजी राजस्थान चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को जयपुर रोड स्थित रिद्धी सिऋी रिसोर्ट में तृतीय वार्षिक कान्फ्रेस राजमाइक्रोकॉन 2024 का शुभारंभ हुआ। इस दौरान नई इन्फेक्शन डीजिज जैसे नई नई फंगस और उनकी जांच उपचार व पर चर्चा हूईं। वरिष्ठ विषय विशेषज्ञों ने कहा कि वर्तमान में माइक्रोबायलॉजी में जीवाणु की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती जा रही है इस पर गहन विमर्श हुआ।

 

सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक तथा इस कान्फ्रेस के मुख्य संरक्षक डॉ. गुंजन सोनी, इंडियन एसोसिएशन ऑफ मेडिकल माइक्रोबायलॉजिस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. भारती मल्होत्रा सचिव डॉ. एस के सिंह, एसपीएमसी माइक्रोबायलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अंजलि गुप्ता आयोजन समिति सचिव डॉ. तरूणा स्वामी ने ईश्वर के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कान्फ्रेस का शुभारंभ किया।

प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने सभी आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया और विषय पर बात करते हुए कहा कि कोविड के बाद से माइक्रोबायलॉजी विभाग की और अधिक जिम्मेदारी प्रतिदिन बढ़ती जा रही है मंकी पॉक्ट, ब्लैक फंगस नई स्कीन डिजिज जैसी बीमारीयां देखने को मिल रही है इसका कारण नए जीवाणुओं का उत्पन्न और उत्परिवर्तन है अतः ऐसी स्थिति में ऐसी कान्फ्रेस का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।

बाहर से इन अतिथियों ने की कॉन्फ्रेस में शिरकत

आईएएमएम प्रेसिडेंट डॉ. भारती मल्होत्रा, सचिव डॉ. एसके सिंह, जिपमेर पुद्दूचेरी से डॉ. राकेश सिंह, दिल्ली एम्स से डॉ. ललितधर, दिल्ली से डॉ. मालिनी कपूर, आईसीएमआर आसम से डॉ. रीमा, दिल्ली से डॉ रितु तथा डॉ रजनी आदि ने बीकानेर में आयोजित राजमाइक्रोकॉन में शिरकत कर अपने अनुभव साझा किये।

डॉ.़ रितु ने अपने उद्बोधन में बताया कि टीबी के जीवाणुओं में एंटीबायोटिक रजिस्टेण्स और नई जांच विधियों के बारे में बताया तो वहीं डॉ रीमा ने एसपरजिलस फंगस द्वारा होने वाली बीमारियों की नवीन जानकारी प्रदान की।

डॉ. मालिनी कपूर ने कहा कि एंटीबायोटीक सहित अन्य दवाईयां बिना डॉक्टर्स की सलाह के लेने का प्रचलन बढ़ा है जो कि सही नहीं है मुख्य रूप से एंटीबायोटिक का सेवन तो डॉक्टर की सलाह से ही करना अति आंवश्यक है।

कान्फ्रेस आयोजन समिति की सचिव डॉ. तरूणा ने कहा कि इस कार्यक्रम से रेजिडेंट डॉक्टर्स को नवन जानकारीयां प्राप्त होगी। दो दिवसीय कान्फ्रेस के लिए कुल 150 पंजीकरण प्राप्त हुए जिसमें से 70 पेपर्स की प्रस्तुती की जाएगी। कार्यक्रम के प्रथम दिन के अंत में जैसलमेर से पधारे लतीफ खान एंड पार्टी ने राजस्थानी फॉक गीतों की मनमोहक प्रस्तुती दी।