विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर.अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ (एकीकृत) के बैनर तले भंवर पुरोहित प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष के नेतृत्व में शुक्रवार को एनएचएम में कार्यरत कार्मिको के वर्ष 2022-23 की बकाया वेतनवृद्धि बाबत् सीएमएचओ डॉ. पुखराज साध का घेराव किया, तब जाकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. साध ने बकाया वेतन वृद्धि के आदेश तुरन्त जारी किये गये।

ऐसी स्थिति मे डॉ. साध की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह उठता है कि एनएचएम कार्मिको का वेतन वृद्धि आकरण रोकने का अधिकार उन्हें किसने दिया ? क्या डॉ. साध अपने पद के मद मे राजकीय नियमों को ताक पर रखेंगे ! यदि एनएचएम कार्मिक भंवर पुरोहित के नेतृत्व मे डॉ. पुखराज साध का घेराव नहीं करते तो क्या आज उनके वेतन वृद्धि के आदेश हो पाते ? बीकानेर ही नहीं पुरे प्रदेश मे अधिकारियों कि कार्यशैली राज्य सरकार कि छवि धूमिल करती नजर आ रही है, जब अपने ही विभाग के कार्मिकों को अपने हक के लिए संघर्ष करना पड़े तो अंतिम छोर वाले व्यक्ति का ऐसे अधिकारियों से राहत की उम्मीद बेमानी लगती है.
इस दौरान भंवर पुरोहित, पीएचईडी तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री रमेश उपाध्याय, किशोर व्यास, दीपक चौधरी, जितेन्द्र छंगाणी, अरूण कुमार बिस्सा, महेश कुमार पुरोहित, मधुसुदन व्यास, विजय गहलोत, धमेन्द्र सांखला, दूर्गा सांखला, रेखा व्यास, ऋषि कल्ला, मोनिका शर्मा, हेतराम, आरिफ, राकेश पालीवाल, शंकर जाखड़ गणेश गोयल, सीताराम कस्वां, नीलिमा, पूजा स्वामी, इत्यादि मौजूद थे ।