विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। बी. जे. एस. रामपुरिया जैन कॉलेज, बीकानेर को आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा, जयपुर के द्वारा गृह विज्ञान विषय के लिए स्थाई अनापत्ति प्रमाण पत्र (स्थाई एनओसी) स्वीकृत की गयी है । रामपुरिया कॉलेज ने महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय से गृह विज्ञान विषय की संबद्धता प्राप्त कर चालू सत्र से छात्राओं के लिए रोजगारोन्मुखी विषय का शुभारंभ किया है । इसके साथ ही कॉलेज को पूर्व से संचालित विभिन्न क्षेत्रों की तैयारी में उपयोगी भूगोल विषय में भी अतिरिक्त सीटों का आवंटन किया गया है। विकास की इसी श्रंखला में स्नातक कला संकाय में महाविद्यालय को एक नया सेक्शन भी आवंटित किया गया है।
बीकानेर के हृदयस्थल कोट गेट पर स्थापित सबसे प्रतिष्ठित एवं प्राचीनतम बी. जे. एस. रामपुरिया जैन कॉलेज के प्राचार्य डॉ पंकज जैन ने बताया कि महाविद्यालय पिछले 85 वर्षों से छात्र – छात्राओं को रोजगारोन्मुखी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी रहा है, जिसका परिणाम है की आज कॉलेज से शिक्षा प्राप्त सैकड़ों विद्यार्थी देश विदेश में राजनीति से लेकर औद्योगिक क्षेत्र सहित प्रशासनिक सेवाओं में अपना परचम लहरा रहे हैं ।
फैशन डिजाइनिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, काउंसलर, डाइटिशियन ,न्यूट्रीशन, टैक्सटाइल डिजाइनिंग, एनजीओ जैसे विविध क्षेत्रों के प्रारंभिक और गहन ज्ञान से परिपूर्ण गृह विज्ञान विषय के माध्यम से इस विज्ञान में नवीनतम अनुसंधान और तकनीकी विकास को समाज तक सहजता से पहुंचाया जा सकता है। यह विषय नारी को स्वयं सशक्त बनाकर परिवार को बेहतर गृह व्यवस्था, बालकों का सर्वांगीण विकास और आजीविका के अनेकानेक अवसर प्रदान करता है।
कला और विज्ञान से समेकित गृह विज्ञान और भूगोल के नवीन विषय विद्यार्थियों के कैरियर के लिए एक मील का पत्थर साबित होंगे। यह उल्लेखनीय है कि कोविद-19 के मद्देनजर इस सत्र के प्रारंभ से ही छात्र हित में विभिन्न विषयों की कक्षाओं को वर्चुअल संचालित करने का एक अद्वितीय और समसामयिक निर्णय लिया गया, जिसके अनुरूप सत्र के प्रारंभ से ही न केवल सैद्धांतिक विषयों की अपितु कंप्यूटर साइंस जैसे प्रायोगिक विषयों के अध्ययन को भी वर्चुअल लैब प्रदान कर महाविद्यालय द्वारा संचालित किया जा रहा है। सरकार के आगामी दिशानिर्देशों के आगमन तक क्लासेस का ऑनलाइन संचालन निरंतर जारी रहेगा।