श्री पीपा क्षत्रिय युवा संगठन रक्तदान समिति द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित

Dr B.D. Kalla
Dr. B.D. Kalla

संग्रहित हुआ 123 यूनिट रक्त, शिक्षा मंत्री ने की रक्तदाताओं की हौसला अफजाई

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। श्री पीपा क्षत्रिय युवा संगठन रक्तदान समिति द्वारा रविवार को शीतला गेट के अंदर स्थित श्री पीपा क्षत्रिय भवन में विशाल रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान कुल 123 यूनिट रक्त संग्रहित हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला थे। उन्होंने कहा कि संत पीपाजी महाराज ने राजगद्दी छोड़कर मानव मात्र की सेवा को चुना और नए आयाम स्थापित किए। उन्होंने कहा कि संत पीपाजी महाराज ने 700 वर्षों पूर्व समाज को दिशा दी और आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में शिक्षा की महती आवश्यकता है। समाज के मौजीज लोगों को चाहिए कि वे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग क्लास लगाएं और जरूरतमंद युवाओं को आगे बढ़ने में मदद करें। उन्होंने कहा कि पीपाजी महाराज की जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर आयोजित करना उनके प्रति श्रद्धा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान से जरूरतमंद जीवन की रक्षा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि आज चिकित्सा ने नई-नई मशीनरी की खोज की है, लेकिन रक्त का आज भी कोई विकल्प नहीं है। इस दौरान उन्होंने पीपाजी महाराज के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित किए।
श्री पीपा क्षत्रिय युवा संगठन रक्तदान समिति के अध्यक्ष कमल सोलंकी ने बताया कि पीपा जी महाराज की 700वीं जयंती के अवसर पर श्री शिव सत्यनाथ महाराज के सानिध्य में यह कार्यक्रम हुआ। यह नौवां विशाल शिविर था।
शिविर मे अतिथि के रुप में जेठानंद  व्यास, मोहन सुराणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार, डॉ. अरुण भारती ने रक्तदान के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। आशीष सोलंकी ने बताया कि शिविर में बीकानेर के अलावा नोखा, नापासर, देशनोक,  कोलायत से भी समाज के बंधुओं ने भागीदारी निभाई। श्री पीपा क्षत्रिय युवा संगठन समिति द्वारा पिछले वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 123 यूनिट रक्तदान संग्रहित किया गया।
इस दौरान भारती दैया, वरिष्ठ पत्रकार ओम दैया और शिव कुमार पंवार का समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर सम्मान किया गया।
रक्तदान शिविर में रक्तकोष ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग पी.बी.एम. की टीम एवं डॉ विकास कालरा, डॉ कुलदीप मेहरा ने अपनी दी।