विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। पुष्करणा महाकुंभ का आयोजन रविवार को एमएम ग्राउण्ड में ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ । इस महाकुंभ की अध्यक्षता जुगल किशोर ओझा (पुजारी बाबा) ने की। कार्यक्रम की शुरूआत मां उष्ट्रवाहिनी, भगवान परशुराम के तेल चित्र पर पुष्प माला अर्पित व दीप प्रज्जवलित कर वेदपाठी पंडित भगवान दास व्यास (व्यापारी) पंडित भाईश्री, पंडित महेन्द्र व्यास के द्वारा वैदिक मंत्रों से मंत्रोच्चार द्वारा किया गया।
महाकुंभ के पांच विषय शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक एवं महिला सशक्तिकरण के मुद्दों पर संयोजक महेश व्यास ने विषय प्रवर्तन रखा। व्यास ने समाज को शैक्षणिक रूप से मजबूत करने पर बल दिया व्यास ने राजस्थान में राजनीतिक प्रतिनिधत्व के लिए पुष्करणा समाज की 14 विधानसभा सीटें राजनीतिक पार्टीयों से देने की मांग की। व्यास ने राजस्थान सरकार से मांग करते हुए कहा कि पुष्करणा समाज को ओबीसी वर्ग में सम्मिलित किया जाए।
महाकुंभ के स्वागताध्यक्ष राजकुमार किराडू ने कहा कि बडी खुशी की बात है कि समाज के सभी लोग एक जाजम पर आए, किराडू ने कहा कि नए लोगों को राजनिति में अवसर मिलना चाहिए, किराडू ने देशभर से आए पुष्करणा बंधुओं का दिल से आभार प्रकट किया।
राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला ने अपने कार्यकाल में समाजहित में किये गये कार्यों की उपलब्धि बताते हुए कहा कि समाज के जितने भी सामुदायिक भवन है उनका उपयोग शिक्षा के क्षेत्र में करना चाहिए। कल्ला ने बताया कि समाज के जो भी सेवानिवृत्त शिक्षक प्रोफेसर आदि को समाज में अपना योगदान देना चाहिए। कल्ला ने फलोदी के लटीयाल मंदिर बीकानेर के लक्ष्मीनाथ मंदिर विकास के लिए तथा समाज की संस्थाओं को सामाजिक विकास के लिए यथा संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। कल्ला ने अपने उद्बोधन में भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि ईडब्लूएस का रिजर्वेशन भारत सरकार को 14 प्रतिशत करना चाहिए। कल्ला ने आयोजन समिति का धन्यवाद करते हुए कहा कि समाज के लोगो को एकजुट होना चाहिए।
आयोजन समिति के अविनाश जोशी ने कहा कि आज युवाओं को शिक्षा व रोजगार के अवसर बढ़ने चाहिए, अतिशीघ्र ही समाज के युवाओं के लिए एक ई लाइब्रेरी का शुभारम्भ किया जाएगा। जोशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज की युवा शक्ति को अपनी पुरानी परम्परा की ओर लौटकर ज्योतिष कर्मकांड आदि का अध्ययन भी करना चाहिए इसी के साथ राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए।
आयोजन समिति के भंवर पुरोहित ने कहा कि वर्तमान समय विप्र समाज के उत्थान के लिए काम करना चाहिए उसमें पुष्करणा समाज को अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। भंवर पुरोहित ने कहा कि आजादी के बाद पहला मुख्यमंत्री पुष्करणा समाज से शेरे जयनारायण व्यास के रूप में मिला है और आज अपने समाज को राजनीति प्रतिनिधित्व को लेकर गंभीर चिंता की आवश्यकता है। भंवर पुरोहित ने सभी मुद्दों पर अपनी बेबाक बात रखी।
प्रख्यात पत्रकार एवं साहित्यकार मधु आचार्य तथा रामकिशन आचार्य ने कहा कि आज वक्त की मांग है कि समाज को मंथन करना चाहिए की पुष्करणा समाज का प्रतिनिधत्व बढ़ना चाहिए, इसी के साथ समाज में जो कुरीतिया आधुनिकता के नाम पर बढ़ रही है उस पर विचार कर कम करना चाहिए।
दिल्ली से आए डॉक्टर राजू व्यास ने कहा कि पुष्करणा समाज के लोगों को केंद्र व राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं का लाभा लेना चाहिए।
भाजपा जिलाध्यक्ष विजय आचार्य तथा सत्यप्रकाश आचार्य ने आयोजन समिति को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसा आयोजन होते रहना चाहिए ताकि समाज के लोगो को विभिन्न मुद्दों पर लाभ मिलता रहे। जेठानंद व्यास ने कहा कि आज जो समाज में संस्कृतिका हृस हो रहा है उस पर सामाजिक चिंतन होना अति आवश्यक है।
शैक्षणिक विषय पर बेसिक कॉलेज के निदेशक रामजी व्यास एवं डूंगर कॉलेज की व्याख्याता श्रीमती अनिला पुरोहित ने प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा पर चिंतन करने की आवश्यकता प्रकट की।
आर्थिक क्षेत्र मे उद्योगपति राजेश चुरा एवं सीए किर्ती व्यास ने कहा कि समाज के लोगो को व्यवसायिक शिक्षा और स्वरोजगार की तरफ जागृत करने का आह्वान किया। महिला सशक्तिकरण विषय पर डॉक्टर ज्योतिबाला व्यास ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि समाज में महिला एवं पुरूषों के विभेद को मिटाकर समभाव से समाज का विकास करने पर बल दिया।
इन्होनें भी रखे अपने विचार
नवरतन व्यास (पप्पू पूलिस), किशन लाल ओझा घंटी, लक्ष्मण व्यास मूर्तिकार, आनंद जोशी सहित समाज के अनेक लोगो ने अपने विचार रखें।
महाकुंभ की जाजम पर ये रहे उपस्थित
एडवोकेट ओपी हर्ष, हिरालाल हर्ष, गोकूल जोशी, मोटूलाल हर्ष, रिखबदास बोडा, कन्हैयालाल जोशी, इक्किसीया महाराज, कन्हैयालाल कल्ला, राजेन्द्र जोशी, पूर्व पार्षद लक्ष्मण महाराज व्यास, सुधा आचार्य, नरेश जोशी, रूपकिशोर व्यास, अरूण व्यास, उमाशंकर आचार्य, शिव शंकर बिस्सा, पंडित गोपाल व्यास, नारायणदास व्यास, रमेश व्यास इंटक नेता, महेन्द्र व्यास, पूनमचंद व्यास, सुरेन्द्र व्यास, श्रीभा व्यास, अशोक आचार्य पूर्व उपमहापौर , राजकुमारी व्यास, अर्चना थानवी, अनुराधा आचार्य, नीतू आचार्य, सविता पुरोहित, रजनी हर्ष, अनिल कल्ला सहित अन्य गणमान्य लोग महाकुंभ की जाजम पर उपस्थित रहे।
फलोदी से महेश व्यास, नरेश व्यास, एडवोकेट श्रीगोपाल व्यास, पोकरण से जुगल किशोर व्यास, युवा बोर्ड के सदस्य नितेश पुष्करणा आरसी पुरोहित, मुंबई से वर्षा जोशी, श्रीगोपाल कुड़, दिल्ली से कैलाश पुरोहित, चुरू से श्रीकिशन व्यास, कलकत्ता से राजू पुरोहित, पूनमचंद रंगा सहित रतलाम, चित्तौड़, महाजन, कोलायत, खाजूवाला, श्रीडूंगरगढ, नोखा, लूणकरनसर, जैसलमेर, से हजारों की संख्या में महाकुंभ में शिरकत की।
कार्यक्रम के दौरान मातृ शक्ति, विद्यार्थी, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षा, साहित्य, रम्मतों के कलाकारों आदि को पुजारी बाबा, संयोजक महेश व्यास, शिक्षा मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला के कर कमलों द्वारा पुष्करणा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।
महाकुंभ के कार्यक्रम का संचालान विप्र फाउण्डेशन के प्रदेश अध्यक्ष एवं कर्मचारी नेता भंवर पुरोहित नेमहाकुंभ में छः मुद्दे शैक्षणिक, आर्थिक, राजनैतिक, महिला सशक्तिकरण पर महाकुंभ में प्रस्ताव रखा। पूरे पंडाल ने इस प्रस्ताव को एक स्वर में पास किया । आगन्तुकों का आभार पंडित गोपाल व्यास ने प्रकट किया।