कोविड़ स्वास्थ्य सहायकों ने गहलोत सरकार को चेताया

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। अपनी नियुक्ति बहाल रखने की मांग को लेकर गहलोत सरकार के खिलाफ जयपुर के शहीद स्मार्क पर बीते ग्यारह दिनों से धरना दे रहे कोविड़ स्वास्थ्य सहायकों में बीकानेर से भी बड़ी तादाद में स्वास्थ्य सहायक शामिल हुए। मंगलवार को धरने का समर्थन करने पहुंचे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा उन्होंने कहा कि सरकार ने संक्रमण काल में युवाओं का फ्रंटलाईन वर्कर्स में इस्तेमाल किया। लेकिन कोरोना कम होने के साथ ही सरकार इन्हें नजरअंदाज कर नौकरी से निकल दिया, जो सरासर गलत है। ऐसे में सरकार को इन हजारों युवाओं को संविदा कैडर-2022 में शामिल कर इन्हें रोजगार देना चाहिए। जानकारी में रहे कि राजस्थान सरकार ने कोरोना काल के दौरान प्रदेशभर में 25 हजार सीएचओं और सीएचए वर्कर्स की नियुक्ति की थी। जिन्हें कोरोना मरीजों के उपचार के साथ घर-घर जाकर दवाई लेने की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन 31 मार्च को कोविड़ स्वास्थ्य सहायकों का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया। जिसके बाद सरकार ने सभी को नौकरी से हटाने का आदेश जारी कर दिया। जिसके खिलाफ प्रदेशभर के सीएचओं और सीएचए वर्कर्स पिछले 12 दिन से जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दे रहे हैं। धरने में शामिल बीकानेर के कोविड़ स्वास्थ्य सहायक रवि आचार्य ने आरोप लगाया कि हमने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना आपदा में स्वास्थ्यकर्मी के रूप में काम किया। लेकिन आपदा का दौर थमने के बाद सरकार ने काम से हटा दिया। सरकारी की हठधर्मिता का आलम यह है कि हमें पिछले 5 महीने एक भी रुपए वेतन का नहीं दिया गया। वहीं 31 मार्च को सरकार ने बिना पैसे दिए एक तो हटा दिया और ऊपर से बकाया पैसे भी नहीं दिए। जिसकी वजह से दो वक्त कि रोटी का जुगाड़ कर पाना भी मुश्किल हो रहा है। ऐसे में जब तक सरकार हमारा बकाया वेतन देकर हमारी मांगों को पूरा नहीं कर देती हमारा विरोध जारी रहेगा। धरने में प्रदेश भर से करीब 15000 सीएचए शामिल रहे इसमे राजस्थान और बीकानेर से रवि चावला,कशिश कच्छावा प्रेम आचार्य, रवि आचार्य, त्रिलोक पंवार,अमित,नेमीचंद, अभिषेक जोशी, समेत अनेक कोविड स्वास्थ्य सहायक शामिल थे।