निःशक्तजन आयुक्त उमाशंकर शर्मा ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग कार्यालय का किया निरीक्षण, अधिकारियों से चर्चा कर योजनाओं का लाभ अंतिम छोर व्यक्ति तक पहुंचाने के दिए निर्देश
विनय एक्सप्रेस समाचार, चूरू। राज्य के निःशक्तजन आयुक्त उमाशंकर शर्मा ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया और अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
इस मौके पर उन्होंने कार्यालय में आने वाले विशेष योग्यजनों के लिए रैंप और व्हील चेयर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए और कहा कि विशेष योग्यजनों के साथ विशेष संवेदनशीलता और मानवीयता का व्यवहार किए जाने की जरूरत है।
उन्होंने पालनहार, अनुप्रति, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, स्कूटी वितरण सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की और सहायक निदेशक नरेश बारोठिया से कहा कि योजनाओं का लाभ पात्र एवं जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचे, यही हमारा दायित्व है। शर्मा ने इस मौके पर बताया कि प्रदेश में यह विशेष योग्यजनों के लिए स्वर्णिम समय है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदनशीलता के साथ निर्णय लेते हुए विशेष योग्यजनों को हर तरह से मजबूत बनाने की दिशा में काम किया है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं का लाभ दिए जाने के साथ-साथ सरकार ने नगर निकायों के पार्षद मनोनयन में विशेष योग्यजनों का विशेष ध्यान रखा। पैरा खिलाड़ियों को सामान्य खिलाड़ियों की ही तरह आउट ऑफ टर्न नियुक्ति दी गई हैं तथा 25 बीघा जमीन सहित अन्य लाभ दिए जा रहे हैं। दिव्यांगों के लिए बाबा आम्टे विश्वविद्यालय खोले जाने की घोषणा की गई है तथा स्कूटी की संख्या 2000 से बढाकर 5 हजार कर दी गई है। इसमें आयु सीमा में भी शिथिलन दिया जाकर अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष कर दी गई है।
प्रदेश का दिव्यांग हर तरह से सशक्त हो, यह हमारा प्रयास है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दिव्यांगों को हर योजना के लिए बीपीएल के समकक्ष माना है, जिससे हर योजना का प्राथमिकता से इन्हें लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने दिव्यांगों से अपील करते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर अनेक कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जरूरत इस बात की है कि दिव्यांग साथी जागरुक रहकर इन योजनाओं का लाभ उठाएं तथा दूसरे दिव्यांग साथियों को भी इनका लाभ पहुंचाने में मदद करें। किसी भी प्रकार की दिक्कत आने पर विभाग के जिलाधिकारी से संपर्क करें, पूरी संवेदनशीलता के साथ आपकी समस्याओां का समाधान किया जाएगा।
इस दौरान विकलांग सेवा संस्थान के अख्तर खान ने शर्मा को बताया कि दिव्यांगों को रेल पास बनाने के लिए बीकानेर जाना पड़ता है, यदि माह में एक दिन जिला स्तरपर ही शिविर हो जाए तो दिव्यांगों को बीकानेर नहीं जाना पड़े। इस पर शर्मा ने आवश्यक कार्यवाही का भरोसा दिलाया। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया ने जिले में विभिन्न योजनाओं की प्रगति एवं उपलब्धियों से अवगत कराया और किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी।
निःशक्त जन आयुक्त ने जिले में विशेष योग्यजन कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि हमारा प्रयास रहना चाहिए कि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिले। इस दौरान छात्रावास अधीक्षक नगेंद्र सिंह, रामनिवास सहित अधिकारीगण मौजूद थे।
इससे पूर्व निःशक्तजन आयुक्त ने तारानगर में प्रशासन शहरों के संग अभियान अंतर्गत लगाए गए शिविर का अवलोकन किया और अधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार लोगों को लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित करें।