विनय एक्सप्रेस समाचार, चूरू। जिले में पशु चारे के अभाव और बढते भावों के मध्येनजर उद्योग विभाग ने ईंट भट्टों पर पशु चारे का उपयोग नहीं करने के लिए कहा है।
उद्योग महाप्रबंधक नानूराम गहनोलिया ने बताया कि वर्तमान में जिले में सूखे पशु चारे जैसे पराली, गेहूं का भूसा, मूंगफली चारा, बाजरे की कुतर आदि अन्य चारा पशुओं की संख्या के अनुरूप कम उपलब्ध हो रहा है। आमजन द्वारा यह भी संज्ञान में लाया गया है कि कुछ ईंट भट्टा पर ईंट पकाने में गेहूं भूसा, ग्वार, सरसो आदि का भूसा व पराली का उपयोग किया जा रहा है, जिससे एक तो चारा कम उपलब्ध हो रहा है तथा साथ ही भाव भी बेतहाशा बढ़े है।
इससे पशुओं के सामने चारे का संकट पैदा हो गया है। इसलिए राज्य सरकार ने ईंट भट्टों/ गत्ता बनाने वाली इकाई पर इस प्रकार के पशु चारे के उपयोग पर पाबंदी लगा दी है। अगर कोई भी ईंट भट्टे का मालिक चारे का प्रयोग ईंट भट्टा पकाने में करता हुआ पाया गया तो उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।