प्रतियोगी परीक्षाओं के समय में पुस्तकों की उपयोगिता और भी अधिक: सिहाग

जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने किया जिला पुस्तकालय का निरीक्षण, भवन विस्तार पर की चर्चा

विनय एक्सप्रेस समाचार,चुरू। किसी भी शिक्षित एवं जागरूक समाज के लिए पुस्तकें बेहद जरूरी हिस्सा होती हैं। प्रतिस्पर्धा और प्रतियोगिता के वर्तमान समय में विद्यार्थियों के लिए पुस्तकें और भी ज्यादा जरूरी हो गई हैं। जो विद्यार्थी मूल एवं आधार सामग्री तक पहुंचकर अध्ययन करता है, उसके लिए हर प्रतियोगी परीक्षा आसान हो जाती है।

जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने रविवार को राजकीय श्री सागर बैद जिला पुस्तकालय का निरीक्षण करते हुए ये विचार व्यक्त किए। कलक्टर सिहाग ने निरीक्षण के दौरान जिला पुस्तकालय में मौजूद पुस्तकों की जानकारी ली, पाठक वर्ग के बारे में जाना तथा भामाशाह बैद परिवार के सत्तर के दशक के इस सोच को सराहा। इस दौरान पुस्तकालयाध्यक्ष राधेश्याम कस्वां ने संसाधन उपलब्धता एवं जरूरत को बताते हुए पुस्तकालय भवन के विस्तार हेतु विचारार्थ भूमि के प्रस्ताव की भी जानकारी जिला कलक्टर को दी। जिला कलक्टर ने उचित निस्तारण का भरोसा जताते हुए मौके से ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए। इस दौरान राज्य पुस्तकालय जयपुर के पूर्व अध्यक्ष मुखराम सहारण, पुस्तकालयाध्यक्ष दयानंद रैगर, पुस्तकालय समिति के सदस्य एवं साहित्यकार दुलाराम सहारण, रवींद्र कुमार गोस्वामी आदि मौजूद रहे।