आरटीएस प्रशिक्षु अधिकारियों के प्रशिक्षण का समापन समारोह
विनय एक्सप्रेस समाचार,अजमेर। राजस्व मण्डल अध्यक्ष श्री राजेश्वर सिंह ने कहा कि अधिकारियों को कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्ति के लिए पूर्ण क्षमता, उत्साह, ऊर्जा एवं सृजनात्मकता के भाव के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।
वे गुरूवार को आर.आर.टी.आई. सभागार में आरटीएस प्रशिक्षु अधिकारियों के प्रशिक्षण समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर आरटीएस के 30वें बैच के तहत प्रशिक्षण प्राप्त 130 अधिकारी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि हर अधिकारी को अपने कार्य क्षेत्र में अपना श्रेष्ठ देने का संकल्प लेना चाहिये। श्रेष्ठ कार्य गुणवत्ता के आधार पर ही जीवन में श्रेष्ठता, विशिष्टता और विशेषज्ञता हासिल की जा सकती है।
राजस्व मण्डल अध्यक्ष ने कहा कि अधिकारी विधिक आधार, नियम अधिनियम को आधार बनाकर पूर्ण निष्पक्ष एवं बाह्य प्रभाव से रहित होकर कार्य का अंजाम दें।
उन्हांेने कहा कि कार्यक्षेत्र में अधीनस्थ कार्मिकों पर निर्भरता के बजाय प्रकरण का भली-भांति अध्ययन करें, स्वयं मौका निरीक्षण करंे जिससे कार्य का विधिसम्मत एवं पारदर्शिता से निस्तारण संभव हो सके।
कार्यक्षेत्र में सम्पर्क को दें तरजीह
श्री सिंह ने कहा कि अधिकारियों को अपने कार्यक्षेत्र में लोक सम्पर्क को प्रभावी बनाना चाहिये। इनमें पुलिस, प्रशासन, सामाजिक राजनैतिक परिवेश से जुडे़ लोगों से सतत् सम्पर्क रखने से स्थानीय समस्याओं की जानकारी के साथ ही उनका प्रभावी ढंग से निस्तारण किया जाना भी संभव हो सकेगा।
सूचना तंत्र को बनाये मजबूत
राजस्व मण्डल अध्यक्ष ने कहा कि कानून व्यवस्था के दायित्वों के कुशलतापूर्वक निर्वहन के लिये आपको सूचना तंत्र बेहतर बनाना होगा। इसके लिए विभागीय कार्मिकों के साथ ही विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों से सतत् सम्पर्क करने की जरूरत है। सुदृढ़ सूचना तंत्र से आप किसी भी परिस्थिति में बेहतर हल निकाल सकते हैं।
परिणाम का चिन्तन कर निर्णय करें
श्री सिंह ने कहा कि अधिकारी अपने कार्य को बेहतरीन ढंग से निस्तारित करने के लिए उसके परिणाम के बारे में पूर्व में ही भली-भांति चिंतन करंे, हर कार्य पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से करने के प्रयास हांे, इससे आम जन में प्रतिष्ठा के साथ विश्वास भी कायम होगा।
सरकारी जमीनों को अतिक्रमणमुक्त बनाएं
राजस्व मण्डल अध्यक्ष ने सरकारी भूमि को अतिक्रमण रहित बनाये रखने को अतिमहत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि अधिकारी अपने क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण, गोचर विकास, खेल मैदानों का विकास, श्मशान, जलाशयों के निर्माण के प्रयास करें।
बेहतर कार्ययोजना से कार्य करें
उन्हांेने अधिकारियों से कहा कि वे कार्यक्षेत्र में बेहतरीन कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। अपने दायित्व निर्वहन में विधि विशेषज्ञों, अनुभवीजन एवं वरिष्ठजनों का मार्गदर्शन प्राप्त करंे। उन्होंने कार्यालय में नियमित साप्ताहिक बैठकें आयोजित कर बकाया प्रकरणों, अतिक्रमण हटाने, कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में पूर्व न्यायाधीश एच.एस.यू. आसनानी ने कहा कि अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र में कर्तव्यनिष्ठ व संवेनदनशील होकर सेवाएं दंे। उन्होंने कहा कि लोककल्याण के लिये किये जाने वाले कार्यों से उन्हें सम्मान प्राप्त होगा, वहीं आत्मसंतुष्टि भी मिलेगी।
अन्त में आरआरटीआई निदेशक चेतन त्रिपाठी ने आभार जताते हुए अधिकारियों से पूर्ण सतर्क एवं जागरूक रहकर दायित्व निर्वहन करने पर जोर दिया।
पुस्तक विमोचन
राजस्व मण्डल अध्यक्ष ने पूर्व न्यायाधीश हरीसिंह यू अस्नानी द्वारा लिखित सूचना का अधिकार प्रावधान प्रक्रिया एवं उपयोगी सूझाव विषयक पुस्तिका का विधिवत् विमोचन किया। सूचना का अधिकार कानून पर लिखी पुस्तिका के लेखक अस्नानी ने कहा कि इसे लिखने के पीछे दो प्रमुख उद्देश्य रहे। आर. आर. टी. आई. में प्रशिक्षण लेने वाले अधिकारियों की इस कानून के सम्बन्ध में अवधारणा में अधिक स्पष्टता हो एवं लोक सूचना अधिकारियों एवं उनके सहयोगी कर्मचारियों के लिए सरल, सुबोध भाषा में लिखी यह गाइड बुक के रूप में प्रयोग में ली जा सके।
पुस्तक लेखन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अस्नानी ने संस्थान के निदेशक चेतन कुमार त्रिपाठी का आभार प्रकट किया तथा उपयोगी सहायता प्रदान करने के लिए अब्दुल वाहिद चिश्ती की सराहना की।