विद्यालयों में आधारभूत सुविधाएं एवं शैक्षिक उन्नयन में मिल रहा संबल – बच्चों के सर्वांगीण विकास में बने सहायक – स्वच्छ विद्यालय-स्वस्थ विधालय से बदल रही तस्वीर
खेलो पाली अभियान से गांव-गांव में खेल सुविधाओं का विस्तार – स्मार्ट क्लासेज से स्मार्ट स्टडी की खुली राह
विनय एक्सप्रेस समाचार, पाली। राजकीय विद्यालयों में बच्चों को बेहतर शैक्षिणिक माहौल उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। सरकार की मंशा के अनुरूप ही जिला कलक्टर पाली श्री नमित मेहता के पाली जिले में किए गए नवाचार राज्य सरकार और मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के सपनों को मूर्त रूप दे रहे हैं। जिला कलक्टर ने स्वच्छ विद्यालय-स्वस्थ विद्यालय अभियान, खेलो पाली, स्मार्ट क्लासेज प्रोजेक्ट तथा मेधावी बेटियों को निःशुल्क हवाई सफर कराने जैसे नवाचारों से पूरे प्रदेश में नजीर पेश की है।
*जिला कलक्टर पाली के नवाचार, जो बन रहे नजीर
स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ विद्यालय*
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री नमित मेहता ने जनवरी 2022 में पाली जिले में पदस्थापन के साथ जिले की आवश्यकताओं व संभावनाओं को चिन्हित करना प्रारंभ कर दिया। ग्रामीण खास कर जनजाति बहुल क्षेत्रों में शैक्षिक उन्नयन की आवश्यकता को ध्यान करते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों से समन्वय कर स्वच्छ विद्यालय-स्वस्थ विद्यालय अभियान की रूपरेखा तैयार कराई। इसका उद्देश्य विद्यालय में बेहतर माहौल तैयार करने के साथ ही बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और सर्वांगीण विकास के अवसर विकसित करना है। अभियान को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों, अभिभावकों व भामाशाहों को जोडा गया। अभियान के तहत विभिन्न प्रकल्प चलाए गए।
बच्चों में नियमित अंतराल में पानी पीने की आदत विकसति करने के लिए वॉटर ब्रेक (जलसुधा) प्रकल्प चलाया। इसमें दो कालांश के पश्चात 02 मिनिट का वाटर ब्रेक रखने की व्यवस्था की। साथ ही भामाशाह एवं जनसहयोग से 40000 वाटर बोतल का वितरण बच्चों को किया गया। विद्यालयों में जल स्त्रोतों की उपलब्धता तथा उनकी निर्धारित समय पर सफाई सुनिश्चित की जा रही है। विद्यालयो में पौधारोपण प्रकल्प के दौरान पहली बार राजस्थान में 56626 पौधे लगाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। विद्यालय में बिना जूते-चप्पल आने वाले जरूरतमंद बच्चों के लिए चरण पादूका प्रकल्प के तहत भामाशाहो के सहयोग से जरूरतमंद विद्यार्थियों को 7500 चरण पादुकाओ (जूते एवं मौजे) का वितरण किया गया। बच्चों की सृजनशीलता को बढावा देने के लिए वेस्ट टू बेस्ट – (नो-प्लास्टिक) प्रकल्प के तहत बच्चों को दीपावली अवकाश के दौरान घर में पडे अनुपयोगी सामान से उपयोगी एवं सजावटी वस्तुएं बनाने के लिए प्रेरित किया। ब्लॉक स्तर पर इनकी प्रदर्शनियां भी लगवाई गई। इस दौरान बच्चों की सृजनशीलता देखकर सभी दंग रह गए।
बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए भी कई प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। अभियान के दौरान समस्त राजकीय विद्यालयों में हीमो चैक तथा हेल्थ केम्प लगाए गए। एनीमीक पाए गए 58046 विद्यार्थियों को नियमित फोलिक एसिड टेबलेट का वितरण कर मॉनिटरिंग की जा रही है। स्वास्थ्य जांच में अस्वस्थ पाए गए 14038 विद्यार्थियों को चिकित्सालय में रैफर किया गया। 43 गंभीर बीमारियों से ग्रसित विद्यार्थियों को हायर चिकित्सालय हेतु रैफर किया। 7 ऐसे विद्यार्थी शामिल है जो हृदय रोग से ग्रसित थे। उनका ईलाज किया गया। अभियान के तहत विद्यालयों में नियमित भ्रमण के दौरान जिला कलक्टर के संज्ञान में आया कि कई बच्चों में नेत्रज्योति संबंधी समस्या के चलते वे बच्चे ठीक से पढाई नहीं कर पा रहे। इस पर कलक्टर ने अभियान में नेत्र ज्योति प्रकल्प जोडते हुए समस्त राजकीय विद्यालयों में प्रथम चरण में snellen चार्ट तथा द्वितीय चरण में नेत्र सहायकों के माध्यम से बच्चों की आंखों का परीक्षण कराया। दृष्टिदोष से ग्रसित पाए गए बच्चों को भामाशाहो के सहयोग से चश्मे वितरित किए गए। इस प्रकल्प की सराहना करते हुए चिकित्सा मंत्री श्री परसादीलाल मीना ने इसे पूरे प्रदेश के विद्यालयों में लागू करने की बात कही। अभियान के दौरान विद्यालयों में हेल्थ कॉनर की स्थापना कर बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है। वहीं मिस्टर क्लिन-मिस क्लिन प्रकल्प के तहत छात्र-छात्राओं में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागृति के लिए प्रतिदिन प्रार्थना सभाओं में मिस्टर क्लिन – मिस क्लिन का चयन करने के पश्चात् उन्हे बेज लगाकर सम्मानित किया जाता है। इससे छात्र-छात्राओं में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता एवं प्रतियोगिता बढी है। राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। वहीं व्यक्तित्व विकास कार्यशालाएं भी आयोजित कराई जा रही हैं, ताकि बच्चों को सर्वांगीण विकास हो सके। बिल्डिंग एस लर्सिंग एड (बाला) के तहत विद्यालयों को आकर्षक बनाया जा रहा है। इसमें विद्यालय भवनों को हवाई जहाज, रेल आदि का आकार दिया गया। अभियान के दौरान जिले की 52 विद्यालयों को मॉडल के रूप में विकसित किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप रायपुर ब्लॉक की राउप्रावि कोलपुरा राज्य स्तर पर उत्कर्ष विद्यालय हेतु सम्मानित किया गया। समस्त स्वच्छ विद्यालयो स्वस्थ विद्यालयो की गतिविधियो को एसवीएसवीएपीपी एप के माध्यम से मॉनिटर किया जा रहा है।
खेलों पाली अभियानः हर ग्राम पंचायत में तैयार हो रहे खेल स्टेडियम
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की सकारात्मक मंशा के मद्देनजर पाली जिला कलक्टर श्री नमित मेहता ने ग्रामीण क्षेत्रों में खेल सुविधाओ के विस्तार के लिए नवाचार शुरू किया। इसमें जिले की 341 ग्राम पंचायतों में स्थित सीनियर हायर सैकेण्डरी विद्यालयों में मॉडल खेल मैदान विकसित करने का काम हाथ में लिया गया। पूरी प्रशासनिक टीम और जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर इस नवाचार को ‘‘खेलो पाली’’ नाम देते हुए इसे अभियान का रूप दिया। जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र में छुपी खेल प्रतिभाओं के हुनर को निखार कर उन्हें दक्ष कोच के माध्यम से इच्छित खेल में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा। सभी ग्राम पंचायतों में स्थित बड़ी स्कूलों या अन्य स्थानों पर मॉडल खेल मैदान विकसित करने की योजना तैयार की। इसमें बजट प्रावधान 90 प्रतिशत महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना से तथा 10 प्रतिशत अन्य मदों यथा एसएफसी, एफएफसी, एमएलए लेड, एमपीलेड, डीएमएफटी, जिला नवाचार निधि तथा भामाशाहों के सहयोग से करना तय किया गया। जिले में अब तक तकरीबन 100 ग्राम पंचायतों में काम पूर्ण हो चुके हैं। शेष में कार्य प्रगतिरत हैं। मॉडल खेल मैदानों में समतलीकरण/मेड़बन्दी के साथ ही स्टेज निर्माण, 200 मीटर रेसिंग ट्रैक, बास्केटबॉल मैदान, कब्बडी मैदान, हॉकी/क्रिकेट मैदान, खो-खो मैदान आदि तैयार किये जा रहे हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों की सुविधा के लिए टांका निर्माण, बालक-बालिका मूत्रालय, वृक्षारोपण आदि काम भी हो रहे हैं। प्रत्येक पंचायत में मॉडल खेल मैदान निर्माण के लिए तकरीबन 35 लाख रुपये के तख़्मीने के आधार पर काम स्वीकृत किये गए हैं।
पाली जिला प्रशासन के इस नवाचार की राज्य सरकार ने प्रशंसा की; हाल ही मुख्यमंत्री महोदय ने बजट 2023-24 में पूरे प्रदेश के ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर खेल स्टेडियम विकसित करने की घोषणा की है।
निःशुल्क हवाई सफरः बेटियों के सपनों को लगे पंख
बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन की राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जिला कलक्टर पाली श्री नमित मेहता ने जिले में मेधावी बालिकाओं को निःशुल्क हवाई सफर कराने का नवाचार किया। बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के तहत महिला अधिकारिता विभाग के माध्यम से प्रथम फेज में सत्र 2021.22 की 10वीं बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 10 बालिकाओं को जोधपुर से जयपुर तक का हवाई सफर कराया गया। इस नवाचार का उद्देश्य बालिकाओं में आत्मविश्वास तथा स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का विकास कर शिक्षा के प्रति जागरूक करता है। चयनित बालिकाओं को 27 फरवरी 2023 को जोधपुर से जयपुर तक निःशुल्क हवाई यात्रा कराई गई। साथ ही बालिकाओं को जयपुर के ऐतिहासिक एवं दर्शनीय स्थलों का भ्रमण भी कराया। इस दौरान बेटियों ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने बेटियों की हौंसला अफजाई करते हुए जिला प्रशासन के प्रयासों को सराहा।
ई-लर्निंग स्मार्ट क्लासेज
शिक्षण को आनंददायी बनाने के लिए ई- लर्निंग सशक्त माध्यम है। पाली जिले में एकल शिक्षक विद्यालय एवं विषयाध्यापकों की कमी वाले विद्यालयों के विद्यार्थियों को शिक्षकों की अनुपस्थिति में डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म से जोडते हुए सीखने की प्रक्रिया को सुनिश्चित कराने के लिए जिला कलक्टर श्री नमित मेहता ने यह नवाचार किया। नवाचार के तहत जिले के सभी 10 ब्लॉक से 50-50 ऐसे विद्यालयों का चयन किया गया, जहां विषयाध्यापकों की कमी है। भामाहाशों के सहयोग से इन विद्यालयों में 50 इंच आकार का स्मार्ट टीवी तथा ऑडियो विजुअल स्टडी मटेरियम युक्त हार्ड डिस्क एवं पैन डाईव उपलब्ध कराने की प्रक्रिया चल रही है। इसमें अनुमानित 2 करोड 2 लाख रूपए की लागत आनी हैं। इसके अलावा जिला नवाचार निधि से 27 विद्यालयों में 11.25 लाख रूपए की लागत से इंटरएक्टिव पैनल बोर्ड भी उपलब्ध कराए गए हैं।