गौतम ने बुधवार को अपने कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि सूरसागर तक बरसात और नालों का पानी ना पहुंचे इसके लिए पीडब्ल्यूडी और आरयूआईडीपी के अभियंताओं की मदद से जल्द से जल्द एक प्लान तैयार कर उसके अनुसार कार्य प्रारम्भ किया जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि पानी की चोरी रोकने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रेंडम आधार पर निरीक्षण की कार्यवाही करें। यदि कहीं भी मोटर, बूस्टर आदि के जरिए पानी चोरी पकड़ी जाए तो मोटर सीज करते हुए सम्बंधित के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि पानी से जुड़ी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एक्शन लेकर सम्बंधित को राहत प्रदान की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में यदि किसी स्थान पर पेयजल आपूर्ति की किल्लत की सूचना मिले तो तुरंत प्रभाव से टैंकरों द्वारा सप्लाई सुनिश्चित करवाएं। पानी की टंकी के आसपास सुरक्षा इंतजाम रखें ताकि कोई उपर ना चढ़ सके और ऐसे क्षेत्रों में सम्बंधित कनिष्ठ या सहायक अभियंता की जिम्मेदारी तय की जाए।
गौतम ने कहा कि आंधियों के मददेनजर बिजली आदि के तार टूटने की संभावना रहती है, बिजली तारों के कारण दुर्घटनाएं ना हो इसके निवारण के लिए सूचना तंत्र विकसित किया जाए। ब्लाॅक लेवल पर भी पोल, ट्रांसफार्मर आदि की उपलब्धता हो,जिससे आवश्यकता पड़ने पर तुरंत प्रभाव से प्रभावित क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने बिजली के बिल जमा करवाने के लिए 30 जून तक के लिए छूट दी गई है। अतः यह सुनिश्चित किया जाए कि लोगों पर बिल जमा कराने के लिए अनावश्यक दबाव ना हो। 30 जून तक कोई कनेक्शन ना कटे यह भी सुनिश्चित किया जाए।
समस्त सीएचसी, पीएचसी के निरीक्षण का निर्देश
जिला कलक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि जिले की समस्त सीएचसी और पीएचसी का निरीक्षण करने के लिए वन डे प्लान तैयार करें और इस निरीक्षण के दौरान इन स्वास्थ्य केन्द्रों पर दवा, शुद्ध पेयजल सहित समस्त आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता के सम्बंध में जांच हो। टीकाकरण, संस्थागत प्रसव सहित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू चले इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अतिरिक्त प्रयास प्रारम्भ करें। कोविड-19 के लक्षण वाले मरीजों को रैफर करते हुए ध्यान रखें कि मरीज के साथ पूरी संवेदनशीलता बरती जाए। यदि ऐसे लक्षणों का मरीज सीएचसी या पीएचसी पर आता है तो उसे तुरंत रैफर कर उसकी सेम्पलिंग सुनिश्चित करें।
गौतम ने कहा कि सभी अधिकारी अपने स्तर पर रोजाना सम्पर्क पोर्टल पर निस्तारित हो रहे प्रकरणों की समीक्षा करें और देखें कि निस्तारण में संतुष्टि स्तर का विशेष ध्यान रखा जाए। छह माह से पुरानी एक भी शिकायत पेंडिंग ना रहे। अधिकारी अपने स्तर पर सम्पर्क प्रकरणों के निस्तारण की माॅनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि अगली बैठक में समस्त अधिकारी प्रकरणों के निस्तारण में की गई कार्यवाही के सम्बंध में तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
उचित मूल्य दुकानों में 9 जून तक हो जाए राशन वितरण
जिला कलक्टर ने कहा कि उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से पात्र व्यक्तियों को मिलने वाले राशन का वितरण की व्यवस्था में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वितरण के समय कोरोना एडवाइजरी की पालना होनी चाहिए। अधिक लोग एक ही समय पर उचित मूल्य की दूकान पर ना आए इसके लिए उचित मूल्य दुकानदार संपूर्ण व्यवस्था बनाए रखेंगे तथा दुकान पर पानी, साबुन और सैनिटाइजर की भी व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने जिला रसद अधिकारी से कहा कि 9 जून मंगलवार तक सभी को राशन सामग्री मिल जाए इसके लिए सभी प्रवर्तन निरीक्षक और अन्य अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण करें।
जिला कलक्टर ने आयुक्त नगर निगम से कहा कि गौशाला में चिकित्सक और कंपाउंडर की समुचित व्यवस्था करने के लिए पशुपालन विभाग के अधिकारी से बातचीत कर व्यवस्था की जाए। इसके लिए 4 सेवानिवृत्त चिकित्सक और 6 कंपाउंडर की नियुक्ति शीघ्र की जाये। दोनों पदों पर नियुक्ति कर उनके भुगतान की व्यवस्था संबंधित ठेकेदार के माध्यम से करवाई जाए। उन्होंने कहा कि गौशाला में पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के छाया, पानी व कूलर की भी व्यवस्था की जाए। इसके लिए विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं और दानदाताओं से संपर्क कर जरूरत के मुताबिक कूलर की व्यवस्था की जाए ताकि गर्मी के मौसम में पशु बेहतर तरीके से रह सकें।
गौतम ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कहा कि जिले के सभी उपखंड मुख्यालयों पर भी एक-एक कोविड-19 की स्थापना की जाने की संभावना भी तलाशी जाए। इसके लिए सभी ब्लॉक सीएमएचओ और उपखंड अधिकारी स्थान का चिन्हकरण कर सूची जिला मुख्यालय पर भेजी जाए ताकि उपखंड स्तर पर ही इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सके ।
बैठक में आयुक्त नगर निगम डाॅ.कुशाल यादव, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र पाल सिंह, जिला रसद अधिकारी यशवंत भाकर, भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी कनिष्क कटारिया,उपनिदेशक सूचना प्रौद्योगिकी सत्येंद्र सिंह राठौड़,जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता दीपक बंसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल मीणा सहित विद्युत, सामाजिक न्याय अधिकारिता,सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।