जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक सम्पन्न

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। कलक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को जिला कलक्टर पीयूष समारिया ने जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में कराए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान जिला कलक्टर ने जल जीवन मिशन के तहत वर्तमान में स्वीकृत/प्रगतिरत कार्यों तथा एफएचटीसी की प्रगति के संबंध में चर्चा करते हुए स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्रों, ग्राम पंचायत भवनों व स्वास्थ्य केंद्रों में नल द्वारा जल संबंध उपलब्ध करवाने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।


बैठक में जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिले के प्रत्येक ब्लॉक में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों व सरकारी भवनों तक पेयजल आपूर्ति करवाने का कार्य प्राथमिकता से किया जाए। इस दौरान उन्होंने जिले के वे आंगनबाड़ी केन्द्र तथा विद्यालय जिनमें वर्तमान में पेयजल की उचित व्यवस्था नहीं है या संयोजन नहीं हैं, इन सभी में पेयजल आपूर्ति व संयोजन हेतु संबंधित ग्राम सभा की पेयजल योजना से प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिए।

इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी आंगनबाड़ी केन्द्र तथा विद्यालय में पेयजल से संबंधित कोई समस्या ना हो इसके लिए शिक्षा विभाग तथा पेयजल विभाग आपसी समन्वय से कार्य करे। जिला कलक्टर ने प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र व उप केन्द्र आदि में भी पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला कलक्टर ने आईईसी प्लान के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन व जलदाय विभाग के अधिकारी जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों का भौतिक निरीक्षण करें।

बैठक में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के सदस्य सचिव हिमांशु गोविल ने अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों का तकनीक रूप से परीक्षण अन्य एजेंसी से भी कराए जाने की व्यवस्था की गई है। इसके तहत जिले में लगभग सभी गांवों में जाकर जल जीवन मिशन के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों की जांच कर परीक्षण किया गया है। परीक्षण के दौरान जो भी कमियां आ रही है उसकी रिपोर्ट तैयार कर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।