विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। राज्य सरकार की बजट घोषणा वर्ष 2022-23 की अनुपालना में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम व्यक्तित्व विकास योजना के अन्तर्गत प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के 10 दिवसीय संभाग स्तरीय अर्न्तराज्यीय गुजरात शैक्षिक भ्रमण के लिए सोमवार को जिला कलक्टर आलोक रंजन द्वारा बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जिला कलक्टर आलोक रंजन ने शैक्षिक भ्रमण पर जाने वाली कक्षा 11 की छात्रा मानसी, चेतना एवं गौरी के साथ अन्य विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि वे गुजरात भ्रमण के दौरान वहॉ के दर्शनीय स्थल, इतिहास, भूगोल, संस्कृति के बारे में जानकारी एकत्रित करने तथा भ्रमण से लौटने के पश्चात प्रतिदिन का संक्षिप्त नोट तैयार कर प्रस्तुत करें।
स्कूल शिक्षा के संयुक्त निदेशक रामखिलाडी बैरवा ने बताया कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम व्यक्तित्व विकास योजना में कक्षा 8 व 10 में जिले के टॉपर विद्यार्थी एवं डॉ एपीजे अब्दुल कलाम व्यक्तित्व विकास प्रतियोगिता में चयनित विद्यार्थियों को अर्न्तराज्यीय शैक्षणिक भ्रमण के लिए ले जाया जाता है इस भ्रमण में 144 विद्यार्थी जिनमें भरतपुर से 43, धौलपुर से 39, करौली से 25 तथा सवाई माधोपुर से 37 गुजरात एवं मार्ग में पडने वाले प्रमुख एतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेगें।
इस मौके पर महात्मा गांधी प्रकोष्ठ के उपनिदेशक प्रेम सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एवं प्रारंभिक रामेश्वर दयाल बंसल, शैक्षिक भ्रमण के नोडल अधिकारी विशाल चौधरी, रशिम चौधरी एवं श्रीकांत शर्मा, नरेन्द्र जोशी, श्याम सिंह सागर, उदयभान फौजदार, सत्येंद्र फौजदार, मुकेश गुप्ता, मुकेश चतुर्वेदी, देवेन्द्र गडासिया एवं तेजवीर सिंह आदि उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर ने मॉन्टेसरी विद्यालय का किया निरीक्षण
इसके पश्चात जिला कलक्टर आलोक रंजन द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय विशिष्ट पूर्व मॉन्टेसरी किला का निरीक्षण किया।
जिला कलक्टर ने कक्षा 10 के विद्यार्थी हीरालाल, महावीर, नन्दिनी से संवाद कर उपनिदेशक महात्मा गांधी प्रकोष्ठ प्रेम सिंह को निर्देशित किया कि शिक्षक विद्यार्थियों को रटाने की बजाय कन्सेप्ट क्लियर करने हेतु मूल पाठ्य-पुस्तक से पढ़ायंे न कि शॉर्टकट के माध्यम से शिक्षा दें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय, अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों एवं शहरी व ग्रामीण विद्यालयों के प्रतिदिन विजिट का कलैण्डर बनाकर प्रभावी निरीक्षण करने हेतु पाबंद करें साथ ही निरीक्षण रिपोर्ट से अवगत करायें।
जिला कलक्टर ने संयुक्त निदेशक कार्यालय, समसा कार्यालय एवं मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया।
उन्होंने प्रत्येक सीट पर जाकर कार्मिकों से संवाद किया एवं कार्यालय पद्वति के बारे में जानकारी ली एवं विभागीय अधिकारियों से चर्चा उपरान्त टेली एजुकेशन सिस्टम के माध्यम से तकनीकी युग में शिक्षण कार्य करवाये जाने पर बल दिया तथा संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा एवं उपनिदेशक (महात्मा गांधी प्रकोष्ठ) को निर्देशित किया कि वे कर्मचारियों, आमजन एवं विद्यार्थियों की समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण करें, साथ ही विद्यार्थियों के अध्ययन, खेल, अनुशासन, तकनीकी की जानकारी पर विशेष ध्यान दिया जावें। संयुक्त निदेशक कार्यालय के निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर द्वारा दूरभाष पर नगर निगम कमिश्नर को संयुक्त निदेशक कार्यालय में टॉयलेट निर्माण, टीनशेड निर्माण, इंटरलॉकिंग एवं साफ-सफाई कराने हेतु निर्देशित किया।