बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने वाले शिक्षकों को करें प्रोत्साहित: जिला कलक्टर

विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने कहा कि बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करें जिससे जिले के विद्यार्थियों का भविष्य बेहतर होने के साथ ही श्रेष्ठ नागरिक बन सकें।
जिला कलक्टर रंजन बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित शिक्षा विभाग की जिला निष्पादन समिति की मासिक बैठक अध्यक्षता करते हुए निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि रेटिंग की बिन्दुओं में निरंतर सुधार कर राज्य स्तर पर जिले की रेटिंग को उत्कृष्ट स्थान पर लाने का प्रयास करें साथ ही विभाग की फ्लैगशिप योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मिड डे मील एवं मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के द्वारा विद्यार्थियों को पौष्टिक आहार देकर शिक्षा के प्रति उनकी मानसिकता को विकसित करना है। उन्होंने विद्यालयों में कार्यरत कुक कम हेल्परों का समय पर भुगतान कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिये कि विद्यालयों में आधारभूत आवश्यकताओं की प्राथमिकता के स्तर पर कार्य सूची तैयार करें। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि वे महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के विद्यार्थियों की डिबेट एवं निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन कर श्रेष्ठ प्रतिभागी को 26 जनवरी पर सम्मानित करें तथा महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के शिक्षकों का ओरियंटेशन कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये साथ ही राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का फोल्डर तैयार कराकर विद्यार्थियों को वितरित करायें जिससे इन योजनाओं को धरातल तक पहुंचाकर पात्र लोगों को लाभान्वित कराया जा सके।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी ने निर्देश दिये कि अक्रियशील शौचालयों को क्रियाशील करने हेतु विधायक निधि एवं सांसद निधि से प्रस्ताव तैयार कराये जायेंगे। उन्होंने पेयजलविहिन विद्यालयों की व्यवस्था के लिए स्थानीय भामाशाहों का सहयोग लें। उन्होंने बोर्ड स्तर की कक्षाओं 5, 8, 10 एवं 12 के परीक्षा परिणाम एवं प्रथम श्रेणी के विद्यार्थियों का पोर्टल पर समय पर अपडेट करें जिससे विभाग की रेटिंग में सुधार लाया जा सके।
बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी गौरव सालुंखे ने कहा कि समाज के आर्थिक रूप से पिछडे वर्ग के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का प्रयास करें। उन्होंने विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति शाला दर्पण पर ऑनलाइन करने के लिए संस्था प्रधानों को पाबंद करें तथा विद्यार्थियों को पुस्तकालय की पुस्तकों को पढ़ने के लिए आदत डालें तथा पुस्तकालयों को विकसित करने के लिए सीएसआर के माध्यम से जन सहयोग लेने का प्रयास करें। उन्होंने जिले की शत-प्रतिशत ग्राम पंचायतों को उजियारी ग्राम पंचायतों के लिए सरपंचों की बैठक लेकर ऑनलाइन अपडेट करायें।
बैठक में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्याम सिंह सागर, अतिरिक्त जिला परियोजना अधिकारी अनित कुमार शर्मा सहित समस्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे।