बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में समारोह पूर्वक मनाया गया इंजिनीयर्स डे

राष्ट्र निर्माण में इंजिनीयर्स की महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो. विद्यार्थी कुलपति

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में इंजिनीयर्स डे (अभियंता दिवस) का आयोजन कुलपति प्रो.अम्बरीष शरण विद्यार्थी के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि कुलपति के अध्यक्षीय उद्बोधन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

प्रो. विद्यार्थी ने महान अभियंता एम. विश्वेश्वरैया जी की जयंती के अवसर पर सभी को अभियंता दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र और राज्य के निर्माण में इंजीनियरों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। भारत के महान इंजीनियर भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया ने अपनी असाधारण दृष्टि और प्रतिभा से भारत में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया।उनका अपने कार्य के प्रति निष्ठा और समर्पण सबके लिए प्रेरणादायक और अनुकरणीय है।

इतिहास को देखें तो प्राचीन समय से अभियांत्रिकी के उदाहरण मिलते है अगर प्राचीन समय का निर्माण देखें तो इंजीनियर (अभियंता) की झलक मिलती है। उन्होंने इसके प्राचीन समय से अब तक की यात्रा का वर्णन किया जिससे विद्यार्थियों को काफी कुछ सीखने को मिला उन्होंने बताया विश्वेश्वरैया जी ने कैसे उस समय तकनीक को उपयोग करके कई चीजों का निर्माण किया जो आज भी मिसाल है।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कैलाश सुथार राजस्थान एयर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड थे जिन्होंने अपना एक्सपर्ट लेक्चर दिया। उन्होंने बताया कि अभियांत्रिकी ज्ञान से देश का विकास संभव है हमें गुरुजनों द्वारा दिए गए ज्ञान को जीवन में उतारना चाहिए इससे हम ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं।

इंजीनियर्स डे पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसके विजेताओं को कुलपतिद्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया इसके साथ-साथ विद्यार्थियों ने इनोवेटिव आइडियाज भी दिए और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए कार्यक्रम का संचालन विशेषाधिकारी डॉ. धर्मेंद्र यादव ने किया।

अंत में अभिषेक पुरोहित जी कार्य विशेषाधिकारी प्राचार्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया कार्यक्रम का संचालन डॉ अनु शर्मा एवं डॉ गायत्री शर्मा ने किया सभी विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक कार्यक्रम में भाग लिया।बीटीयू के प्रथम बैच के परिणाम भी घोषित हुए हैं तो उन सभी छात्रों को सम्मानित करके और शिक्षकों ने प्रोत्साहित किया।