शिवबाड़ी के गंगेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में प्राचीन प्रतिमाओं का गर्भगृह में प्रवेश कल

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। शिवबाड़ी के भगवान गंगेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर का जीर्णोंद्धार व नवीनीकरण कर रविवार को जैन विधि से तीन जिन प्रतिमाओं को गृभगृह में प्रवेश करवाया जाएगा। बीकानेर में सफेद संगमरमर का यह एक मात्र शिखरबंध भव्य मंदिर सड़क से 45 फीट ऊंचा होगा।
श्री पार्श्वनाथ जिन मंदिर  जीर्णोद्धार ट्रस्ट के हस्तीमल सेठी ने बताया कि  सिरोही के विधिकारक मनोजकुमार बाबू लाल हरण के नेतृत्व में मंगलमय कार्यक्रम रविवार सुबह साढ़े छह बजे स्नात्र पूजा, सह पाटला पूजन से होगा। इसके बाद प्रभुजी का भव्य सामैया, गंभारा प्रवेश, शक्रस्तव महाअभिषेक, दोपहर 18 महाभिषेक व स्वामी वात्सल्य के आयोजन होंगे। विधिकारक नागदा के गौरव जैन, संगीतकार घाणेराव की रंगलाल एण्ड पार्टी के भक्ति गीतों का कार्यक्रम होगा। विविधकारक महाअभिषेक के लिए औषधियुक्त जल अहमदाबाद से विधिकारक लेकर शिवबाड़ी पहुंच गए है। ’’भव्य गाभारा प्रवेश’’ समारोह का लाभ रास-रसना, रस मधुर परिवार के गणेश बोथरा परिवार ने लिया है।
उन्होंने बताया कि मूल नायक भगवान पार्श्वनाथ की 24 ईंची तथा भगवान शांतिनाथजी और भगवान नेमीनाथजी की 21 ईंची की सफेद संगरमर की बनी प्रतिमाओं को नूतन मंदिर में प्रवेश जैन विधि से  करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 80 गुणा 100 वर्ग फीट के इस मंदिर परिसर में 44 गुणा 64 वर्गफीट में मंदिर का निर्माण कार्य करवाया गया है। मंदिर के निर्माण में 35 हजार घन फीट सफेद मकराना का शुद्ध डेढ़ क्वालिटी का सफेद मार्बल का उपयोग किया गया है। ’’भव्य गाभारा प्रवेश’’ समारोह का लाभ रास-रसना, रस मधुर परिवार के गणेश बोथरा परिवार ने लिया है। सेठी ने बताया कि विचक्षण ज्योति, प्रवर्तनी, महामांगलिक प्रदाता साध्वीश्री चन्द्रप्रभा की साक्ष्य व प्रेरणा से 145 वर्ष प्राचीन मंदिर में जनवरी  2013 में जीर्णोद्धार व नवीनीकरण कार्य शुरू किया गया था।