मेले भारतीय संस्कृति के प्रतीक : मेलों से आपसी भाईचारा व प्रेम रहता है कायम – भजनलाल

विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। वैर उपखंड क्षेत्र के गांव जहाज और अरावली पर्वतमाला में स्थित श्रीकारिस देव भगवान की जन्मस्थली में कारिस देव बाबा का मेला देवी- देवताओं के जयकारे के साथ शुरू हो गया । कारिस देव मेला का उद्घाटन सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री भजनलाल जाटव के मुख्य आतिथ्य व तोताराम प्रधान की अध्यक्षता में हुआ। देव बाबा मेला के चढ़ावा की बोली गोठिया नरपतसिंह के नाम 11 लाख 72 हजार रुपए में छूटी।
मेले के शुभारम्भ के अवसर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री भजन लाल जाटव ने संबोधित करते हुये कहा कि मेले भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं मेलों के आयोजनों से देश व समाज में भाईचारा कायम रहता है और साथ ही लोगों में समाज देशभक्ति,मानव सेवा की भावनाएं जागरूक होती है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरा पर लोक देवताओं ने जन्म लिया जिनकी यादगार में प्रति वर्ष मेले भरते हैं और इन मेलों में लाखों की संख्या में देश विदेश के लोग और श्रद्धालु शामिल होकर विश्वशांति ,परिवार कल्याण आदि की कामनाएं करते हैं। इस अवसर पर तोताराम प्रधान ने बताया कि भरतपुर जिले के गांव जहाज स्थित कारिसदेव भगवान का मेला शुरु हो गया है। जिस मेला में राजस्थान,उत्तर प्रदेश , महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश , गुजरात ,दिल्ली ,पंजाब हरियाणा झारखंड बिहार ,पश्चिम बंगाल , जम्मू कश्मीर आदि राज्यों सहित अनेक देश के अनेक हिस्सों से गुर्जर समाज और  अन्य समाज के लोग भी मेला में भाग लेकर कारस देव भगवान की पूजा अर्चना करते हैं। इस अवसर पर रतिराम गोठिया, बृज मोहन गोठिया,चौबे पटेल, राहुल प्रधान,जगन्नाथ गुर्जर, ऋषि गुर्जर बदनपुरा आदि मौजूद रहे। गुर्जर समाज तथा कारस देव बाबा मेला कमेटी ने अतिथियों का स्वागत किया और मंत्री भजन लाल जाटव को चांदी का मुकुट पहनाकर महा प्रसादी भेंट की।