विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। आत्मा परियोजना द्वारा जिले में बकरी पालन से सम्बंधित एवं बकरी पालन के इच्छुक पशुपालकों का 45 सदस्यीय दल के वाहन को जिला कलक्टर आलोक रंजन ने हरी झंडी दिखाकर केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान फरह मथुरा के लिए रवाना किया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर रंजन ने बकरीपालकों से अपील की कि राज्य सरकार द्वारा बकरीपालन में उन्नत तकनीक से जोड़ने हेतु प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। आशा है कि आप इस प्रशिक्षण के माध्यम से तकनीकी पहलुओं की जानकारी लेकर अपने व्यवसाय को उन्नत कर अपनी आय में वृद्धि करेंगे। उन्होंने कहा कि इस पॉच दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण के पश्चात् इन पशुपालकों को जिला प्रशासन ऋण उपलब्ध कराने का प्रयास करेगा जिससे वे अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ा सकेंगे साथ ही बकरी के दूध से बनने वाले उत्पादों को तैयार करने के लिए एक एफपीओ भी गठित किया जायेगा जिससे बेहतर उत्पाद के माध्यम से पशुपालकों को अधिक आमदनी मिल सके।
जिला कलक्टर रंजन ने वाहन को रवाना करने से पूर्व प्रशिक्षण के लिए जा रहे पशुपालकों से एक-एक कर मुलाकात की तथा उनसे कहा कि पशुपालक प्रशिक्षण में प्राप्त तकनीकी अनुभवों को क्षेत्र के अन्य पशुपालकों के साथ शेयर कर उनको भी अपने साथ जोड़ने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पशुपालकों की समस्याओं को एफपीओ के माध्यम से हल करने के लिए कृत संकल्प है और आगे भी लगातार सहयोग और मार्गदर्शन करती रहेगी।
आत्मा के परियोजना निदेशक योगेश कुमार शर्मा ने बताया कि आत्मा परियोजना के तहत बकरी पालक किसानों का यह प्रशिक्षण दल केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान फरह पर पांच दिन के प्रशिक्षण पर जा रहा है। जिले की अलग अलग पंचायत समितियों से किसानों के बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराने की मांग को ध्यान में रखते हुए ही यह कार्यक्रम तैयार किया गया है। पांच दिन के इस प्रशिक्षण में कृषक बकरी पालन की विभिन्न तकनीकों की जानकारी प्राप्त करेंगे, जिसमें बकरियों का रख रखाव, खान पान, लगने वाली बीमारियों की जानकारी, पहचान के लक्षण तथा उनका प्रबंधन एवं बकरियों से अधिक दुग्ध उत्पादन कैसे प्राप्त करें, इत्यादि की व्यावहारिक, प्रायोगिक और व्यावसायिक जानकारी प्राप्त करेंगे।
इस अवसर पर राजेश कुमार मीणा डीडीएम नाबार्ड ने भी कृषकों से एफपीओ से संबंधित विभिन्न जानकारियों को साझा किया और एफपीओ से जुड़कर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने की सलाह दी।
इस अवसर पर आत्मा के उप परियोजना निदेशक महीपाल शर्मा, लुपिन संस्था के मानवेन्द्र शर्मा तथा कट्स संस्था के राजेन्द्र माहुरे भी मौजूद रहे।