विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। मानसून की विदाई से पूर्व जिले मेें अच्छी बरसात हुई है जिससे रबी का बुआई क्षेत्रफल बढनें के साथ ही समय पर बुवाई हो सकेगी। पिछले दिनों हुई बरसात से खरीफ की फसलें जो कट चुकी है या खलिहान मंे रखी हुई हैं भीगने से खराब हो सकती है।
जिला कलक्टर आलोक रंजन ने किसानों को सलाह दी है कि जिन किसानों ने फसल बीमा करवाया हुआ है, वे 72 घण्टे में फसल खराबे की सूचना बीमा कम्पनी रिलाइन्स जनरल इन्श्योंरेन्स के टोल फ्री न0 1800 102 4088 पर सूचना दर्ज करवायें। किसी कारणवश टोल फ्री न0 पर सूचना दर्ज नहीं हो तो प्रत्येक पंचायत समिति स्थित कृषि विभाग के कार्यालय में बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि अथवा कृषि विभाग के कृषि पर्यवेक्षक को लिखित में अपना आवेदन प्रस्तुत करें।
उप निदेशक, कृषि विस्तार डॉ0 धर्मपाल सिंह ने बताया है कि हाल के दिनांे में हुई वर्षा रबी फसलों विषेषकर सरसांे एवं चना के लिये बहुत लाभकारी है। इससे फसलों की समय पर बुवाई हो सकेगी एवं अंकुरण अच्छा होगा, खेतों में पर्याप्त नमी से सिचांई के पानी की बचत होगी। किसानों को सलाह दी गई है कि सरसों की बुवाई अक्टूबर के पहले पखवाडे में करें तथा डी.ए.पी. उर्वरक के स्थान पर सिंगल सुपर फास्फेट का उपयोग करें। प्रति बीघा 10-15 किलो यूरिया अंतिम जुताई के पूर्व छिडक दें एवं 40 किलो सुपर फास्फेट उर्वरक खेत में डाल कर सरसों की बुवाई करें। सुपर फास्फेट उर्वरक में सल्फर एवं कैल्सियम तत्व पाये जाते हैं। इससे पौधों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढेगी, दाना मोटा एवं चमकीला बनेगा तथा तेल की मात्रा में बढोतरी होगी। जिले के सभी उर्वरक विक्रेताओं के पास पर्याप्त मात्रा में सुपर फास्फेट खाद उपलब्ध है।