सरकारी स्कूलों में शतरंज सिखाने वाला राजस्थान होगा पूरे देश में पहला राज्य- डॉ नीरज के. पवन, संभागीय आयुक्त : प्रत्येक माह के तीसरे शनिवार को सरकारी स्कूलों में बच्चों को सिखाई जाएगी शतरंज

सरकारी स्कूलों में पहले से प्रत्येक शनिवार को घोषित कर रखा है नो बैग डे

विनय एक्सप्रेस समाचार, हनुमानगढ़। पूरे देश में राजस्थान पहला राज्य होगा, जहां सरकारी स्कूलों में बच्चों को शतरंज भी सिखाया जाएगा। ये कहना है बीकानेर के संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के.पवन का। जो शुक्रवार को सर्किट हाउस में मीडिया से मुखातिब थे। उन्होने बताया कि राजस्थान में प्रत्येक शनिवार को सरकारी स्कूलों में नो बैग डे लागू है। इसमें प्रत्येक माह के तीसरे शनिवार को बच्चों को स्कूल में शतरंज सिखाया जाएगा। डॉ पवन ने बताया कि पूरे राज्य में करीब 60-65 हजार स्कूल हैं जिसमें करीब एक करोड़ बच्चे रजिस्टर्ड है। यानी करीब एक करोड़ बच्चों को सरकारी स्कूल में शतरंज सिखाया जाएगा। और ऐसा करने वाला राजस्थान पूरे देश में पहला राज्य होगा। संभागीय आयुक्त शुक्रवार को जिले में मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्यक्रम के निरीक्षण को लेकर आए हुए थे।
गौरतलब है कि हनुमानगढ़ के पूर्व जिला कलेक्टर श्री पीसी किशन ने हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर रहते हुए जिले भर में जन सहयोग से करीब 40 लाइब्रेरी पिछड़े इलाकों में खोली थी। इन लाइब्रेरी में एनबीटी समेत अन्य प्रकाशन की सैंकड़ों किताबें और प्रतियोगिता परीक्षाओं में काम आने वाली किताबों को रखा गया था।  किताब के साथ साथ शतरंज खेलने की व्यवस्था की गई थी। लाइब्रेरी के फर्श पर ही शतरंज का बोर्ड बनाया गया था और लाइब्रेरी आने वाले बच्चों को शतरंज की ट्रेनिंग दी गई। लाइब्रेरी के बच्चों के बीच शतरंज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था। शतरंज खिलाने के पीछे तत्कालीन जिला कलेक्टर केा मकसद बच्चों में एकाग्रता बढ़ाने के साथ साथ नशे से बच्चों को दूर रखना था।