विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राज्य सरकार ने विभिन्न श्रेणियों दिव्यांग, अनाथ, विधवा, एकलनारी, कुष्ठ रोगी, परित्यकता इत्यादि के बच्चे जिनकों शिक्षा में कोई परेशानी ना हो इसलिये पालनहार योजना की शुरूआत की गई थी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक किशनाराम लोल ने बताया कि वर्तमान में नागौर जिलें में करीब 29 हजार बच्चों को पालनहार योजना का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया की मुख्यमंत्री महोदय ने बजट घोषण वर्ष 2023-24 में इन बच्चों को और अधिक सुविधा, सम्बल एवं सहयोग प्रदान करने के लिए पालनहार की देय राशि में वृद्धि की घोषणा की है। उपनिदेशक किशनाराम लोल ने बताया कि इस योजना के तहत अब प्रत्येक बच्चे को 18000/- वार्षिक एवं प्रति वर्ष 2000 / – अतिरिक्त सहयोग राशि प्रदान की जायेगी। साथ ही उक्त योजना में सम्मिलित बालक का किसी भी राजकीय / गैर राजकीय शिक्षण संस्थान में अध्यनरत होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की यह मंशा रही है कि आर्थिक कारण से किसी भी बच्चें की पढाई बाधित ना हो इसी भावना के तहत इस वर्ष की बजट घोषणा में पालनहार योजना में देय राशि में वृद्धि की