‘सिंचाई पानी की उपलब्धता को देखते हुए किसान गेंहू के स्थान पर कम पानी वाली सरसों व चना फसल को दें बढ़ावा”
डीएपी उर्वरक की कमी और पानी की उपलब्धता को देखते हुए जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल ने किसानों से की अपील
”एसएसपी सस्ता होने के साथ साथ फास्फोरस के अलावा सल्फर व कैल्शियम पोषक तत्वों की भी आपूर्ति करता है ”
विनय एक्सप्रैस समाचार, हनुमानगढ़। जिले में डीएपी उर्वरक की कमी को देखते हुए जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल ने किसानों से फास्फोरस उर्वरक डीएपी की जगह सिंगल सुपर फास्फेट(एसएसपी) उर्वरक केे उपयोग को बढ़ावा देने की अपील की है। साथ ही जिला कलक्टर ने सिंचाई पानी की उपलब्धता को देखते हुए अधिक पानी वाली फसल गेहूं की जगह कम पानी में पकने वाली फसल सरसों, चना इत्यादि की बुआई करने की भी अपील की है।
उपनिदेशक कृषि विस्तार श्री दानाराम गोदारा ने बताया कि सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक डीएपी से सस्ता तथा आसानी से प्राप्त होने वाला उर्वरक होने के साथ साथ फास्फोरस के अलावा सल्फर एवं कैल्शियम पोषक तत्वों की भी पूर्ति करता है। यह उर्वरक विशेषकर तिलहन एवं दलहन फसलों के लिए बहुत उपयोगी है। लिहाजा इसके उपयोग को बढ़ावा दिया जाए। श्री गोदारा ने कृषि विभाग के नोहर, भादरा और हनुमानगढ़ के सहायक निदेशकों को पत्र लिखकर किसानों को डीएपी की जगह सिंगल सुपर फास्फेट का उपयोग करने और गेहूं की जगह कम पानी में पकने वाली चना एवं सरसों फसलों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा है।
पत्र में श्री गोदारा ने लिखा है कि सरसों व चना में न केवल सिंचाई पानी की कम आवश्यकता होती है बल्कि उर्वरकों की भी कम जरूरत होती है। लिहाजा इन फसलों की बुआई को लेकर बढ़ावा दिया जाए। श्री गोदारा ने बताया कि इसको लेकर 11 अक्टूबर को जिला स्तरीय किसान गोष्ठी का आयोजन जिला मुख्यालय पर आत्मा कार्यालय सभागार में आयोजित किया जाएगा। वहीं प्रत्येक कृषि पर्यवेक्षक मुख्यालय पर 12 अक्टूबर को गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। इन गोष्ठियों को लेकर पंचायत समितिवार प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। जिन कृषि पर्यवेक्षकों के पास अतिरिक्त मुख्यालय का कार्यभार है। उन मुख्यालयों पर 13 अक्टूबर को किसान गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।
पंचायत समितिवार नियुक्त प्रभारी अधिकारी
श्री गोदारा ने बताया कि 12 अक्टूबर को आयोजित गोष्ठियों को लेकर पंचायत समिति वार प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसमें कृषि अधिकारी श्री बी आर बाकोलिया को हनुमानगढ़, कृषि अधिकारी श्री बलकरण सिंह को संगरिया, कृषि अधिकारी श्री सुभाष चंद सर्वा को पीलीबंगा, सहायक निदेशक श्री स्वर्ण सिंह अरांई को टिब्बी, कृषि अधिकारी श्री द्वारका प्रसाद को रावतसर, कृषि अधिकारी श्री सुरेन्द्र सिंह जाखड़ को नोहर और सहायक निदेशक श्री राजपाल झाझड़िया को भादरा का प्रभारी अधिकारी बनाया गया है।
श्री गोदारा ने बताया कि कृषि विभाग के समस्त सहायक निदेशक यह सुनिश्चित करेंगे कि उर्वरकों की किसी भी तरह की काला बाजारी नहीं हो एवं अपने अधीनस्थ समस्त अधिकारियों तथा फील्ड स्टॉफ सहित अपने मोबाईल फोन चालू रखेगें। श्री गोदारा ने बताया कि इसके अलावा ”सिंगल सुपर फास्फेट फसलों के लिए वरदान”, ”सरसों उत्पादन की उन्नत तकनीक विधियां” व ”चना उत्पादन की उन्नत तकनीक विधियां” इत्यादि पेंफलेट्स का वितरण किया जाएगा। प्रशासन गांवों के संग अभियान में भी पंफलेट्स का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा।