कोरोना महामारी के दौर में जानिये प्लाज्मा और प्लाज्मा डोनेशन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां युवा डॉक्टर सुनील तेतरवाल के साथ

विनय एक्सप्रेस स्वास्थ्य आलेख, बीकानेर। वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ती प्लाज्मा और प्लाज्मा डोनेशन के बारे युवाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से गड़ियाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के युवा चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील तेतरवाल ने विनय एक्सप्रेस के सुधि पाठकों हेतु आलेख प्रेषित किया है जो इस प्रकार है :


प्लाज़्मा डोनेट करना कितना महत्वपूर्ण हैं ओर लोगों में इसको लेके डर क्यू हैं क्या हैं वास्ततिकता इनसे जुड़े सवालों के जवाब पे चर्चा
सबसे पहला सवाल प्लाज़्मा हैं क्या
प्लाज़्मा खून का ही भाग हैं एक
सामान्यतया खून में दो चीज होती हैं एक प्लाज़्मा ओर एक कोशिका जेसे RBC WBC platlets  ओर दूसरा प्लाज़्मा जो तरल भाग होता हैं जेसे बॉडी में कोई सँक्रमण होता हैं तो बॉडी उस सूक्ष्मजीव के ख़िलाफ़ ऐंटीबाडी बनाना सुरू कर देता हैं
यही बात कोविड की हैं जेसे इसका सँक्रमण होता है शरीर मेे इसके ख़िलाफ़ ऐंटीबाडी बन जाती हैं ये ऐंटीबाडी कोविड वाइरस से लड़ने में मदद करती हैं

दूसरा सवाल प्लाज़्मा डोनेट केसे किया जाता हैं
प्लाज़्मा डोनेट अलग से नहीं बल्कि जेसे आप रक्त दान करते हो वैसे ही आपसे रक्त लिया जाता हैं उसके बाद लैब में रक्त के भाग को अलग कर लिया जाता जिसने एक भाग कोशिका का होता ओर दूसरा भाग प्लाज़्मा ओर साथ मैं बनी ऐंटीबाडी का होता ये दूसरा भाग कोविड रोगी का ब्लड ग्रूप मैच करके मैचिंग वाले ब्लड ग्रूप डोनर का प्लाज़्मा रोगी को चढ़ा दिया जाता हैं जिस से उसका जीवन बच सकता हैं
तीसरा सवाल कोण प्लाज़्मा ओर रक्त दान कर सकता हैं

कोविड में वो हर कोई ब्लड प्लाज़्मा दान कर सकता हैं जो कोविड से सँक्रमित होके ठीक हो हुआ हैं ओर ठीक होने से लेके 28 दिन तक की अवधि तक मतलब ठीक होने के बाद 28 दिन तक वो डोनेट कर सकता हैं
चोथा सवाल क्या प्लाज़्मा डोनेशन से शरीर में थकावट ओर दूसरी समस्या रहती हैं

जवाब बिल्कुल नहीं

पाँचवा सवाल कौन डोनेट नहीं कर सकता प्लाज़्मा

यदि सँक्रमित हो रखा  डोनर 28 दिन के बाद प्लाज़्मा डोनेट नहीं कर सकता ओर वो भी नहीं कर सकते हैं जिनको लम्बे टाइम से बीमारियाँ चली आ रही आनुवंशिक बीमारी हो लम्बे समय से कोई नशा करता हो दारू अफ़ीम जेसे या फेर जो 50kg से कम भार का हो या जिसके खून कमी से जुड़ी कुछ बीमारी हो

आख़िर में डॉक्टर तेतरवाल बताते है कि हमें icu वेंटिलेटर या ऑक्सिजन के मात्रा काम हो एसी परिस्थिति पैदा नहीं करे खुली कोविड का सबसे आसान तरीक़ा उसका रोकथाम हैं जो की मास्क लगाए रखना शारीरिक दूरी बनाए रखना ओर बिना काम बाहर ना जाए घर पे रहे सुरक्षित रहे क्यूँकि जेसे हमें पता हैं सड़क पे दुर्घटना होने से नए हॉस्पिटल नहीं बनाए जाते बल्कि गाड़ी वाहन को सुरक्षा हेलमेट के साथ चलाये जाते हैं कुछ ऐसा ही इस कोविड महामारी का ही इलाज हैं

क्यू ज़रूरी हैं अभी रक्तदान भी

plasma therapy
अभी कोविड के अलावा वो भी सभी बीमारी वैसे ही हैं जेसे पहले थे जैसे पहले खून की ज़रूरत पड़ती थी चाहे जो प्रसव महिला हो जिनको कॉम्प्लिकेशन आ जाते हैं या फेर वो जिनको खून की कमी होने से रक्त की ज़रूरत होती हैं पर अभी कोविड के कारण उतना खून नहीं हैं जितना अभी रोगियों को ज़रूरत हैं तो ब्लड बैंक में खून की बहुत कमी आ रही हैं तो आप सभी से निवेदन हैं की अभी 18-45 उम्र के लोगों के वैक्सीन कोविड की लग रही हैं ओर वही होते हैं जो सबसे पहले खून डोनेट करने में आगे आते है तो आप सभी से निवेदन हैं हाथ जोड़कर वैक्सीन लगाने से पहले ब्लड बैंक या ज़िला अस्पताल या कही भी खून दान का सिविर लगा हो वहाँ जाके अपना रक्त दान कीजिए हो सकता हैं वही रक्त आपके किसी अपने के भी काम आए क्यूँकि हमें आगे की भी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए चलना हैं वैक्सीन की दो डोज लगेगी जिस के बाद आप तीन चार महीने तक खून डोनेट नहीं कर सकते तो घबराये नहीं वैक्सीन लगने से पहले मानवता की मिसाल पेस करते आप रक्त दान कीजिए ।