विनय एक्सप्रेस समाचार, हनुमानगढ़। प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार व परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभागए केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 2021 के अन्तर्गत दो चरणों में मोबिलाइजेशन व सेवा वितरण सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार का आधार बनायाश् स्लोगन पर आधारित नसबंदी पखवाड़ा 2021 के तहत दो चरणों में मनाया जायेगा, जिसका पहला चरण 21 से 27 नवंबर 2021 तक मोबिलाइजेशन सप्ताह के रूप में तथा दूसरा चरण 28 से 4 दिसंबर, 2021 को सेवा वितरण सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। इस मोबिलाइजेशन सप्ताह में जनसंख्या स्थिरीकरण में पुरूषों की भागीदारी सुनिश्चित करने एवं राज्य में एनएसवी कार्यक्रम को सुचारु करने के उद्देश्य से पुरुष नसबंदी का अधिक से अधिक जागरुकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पवन कुमार बताया कि पुरुष नसबंदी पखवाड़ा में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनियां व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा अपने क्षेत्र में लोगों को पुरुषों की परिवार नियोजन में सहभागिता, परिवार नियोजन के उपलब्ध साधनों की जानकारी, परिवार सीमित रखने, सीमित परिवार के लाभों, प्रसवोत्तर परिवार कल्याण सेवाएं, गर्भपात पश्चात परिवार कल्याण सेवाएं, विवाह की सही आयु (लड़के की 21 व लड़की की 18 वर्ष), विवाह के पश्चात कम से कम दो वर्ष बाद पहली संतान, दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर रखने सहित परिवार नियोजन के बारे में विस्तार से जानकारी देकर आमजन को इसके लिए प्रेरित किया जायेगा। कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत सोशल डिस्टेंसिग, मास्क पहनना व सेनेटाइजेशन आदि के उपयोग का पूरा पालन किया जाएगा। इस दौरान प्रथम चरण में आयोजित होने वाले मोबिलाइजेशन सप्ताह के अंतर्गत जिले की एएनएम व आशा सहयोगिनियों द्वारा योग्य दम्पतियों का सर्वे कर पुरुष गर्भनिरोधक साधनों के लिए संवेदीकरण व पंजीकरण किया जायेगा। साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे के दौरान पुरूष नसबंदी संबंधित मिथ्याओं दूर करने के लिए लोगों को जागरुक कर जनसंख्या स्थिरीकरण में पुरूषों को भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया जायेगा। वही सेवा वितरण सप्ताह के अन्तर्गत जिले के चिन्हित राजकीय जिला अस्पतालों, एफआयू, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लाभार्थियों को परामर्श के साथ ही नसबंदी शिविरों का आयोजन किया जायेगा।