विनय एक्सप्रेस समाचार, हनुमानगढ़। माननीय राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हनुमानगढ़ द्वारा बाल सम्प्रेक्षण गृह का औचक निरीक्षण किया गया। मौका पर 17 विधि से संघर्षरत बालक पाये गये जिन्हें उनके विधिक अधिकारों के बारे में बताया गया तथा उनसे उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली गई। निरीक्षण के दौरान सचिव श्रीमती संदीप कौर द्वारा विधि से संघर्षरत बालकों को शिक्षा के महत्व के बारे में बताते हुए उनके द्वारा पूर्ण की गई शिक्षा की जानकारी ली गई।
सम्प्रेक्षण गृृह में उपस्थित दो सी.एन.सी.पी. बालकों को विद्यालय में प्रवेश दिलाया गया व एक सी.एन.सी.पी. बालक पाया गया उसके ग्राम 2 के.एन.जी. में घर का पता कर बालक को उसके घर वालों तक पहुंचाने हेतु सम्प्रेक्षण गृह अधीक्षक को निर्देशित किया गया तथा साथ-साथ में यह भी निर्देश दिये गये कि विधि से संघर्षरत कोई भी बालक शिक्षा से वंचित न रहे। किशोर गृह में 03 देखरेख एवं संरक्षण योग्य बालक भी पाये गये। मौका पर उपस्थित विधि से संघर्षरत बालकों को निःशुल्क विधिक सहायता के बारे में भी अवगत करवाया गया एवं उन्हें प्रतिदिवस मिलने वाली सुविधाओं खाना आदि के बारे में भी पूछताछ की गई जिसमें किसी प्रकार की समस्या होना नहीं जाहिर किया गया। निरीक्षण के दौरान सभी व्यवस्थाएं सामान्य पाई गई।