अब राज्य के पर्यटन मानचित्र पर जल्द उभरेगा हनुमानगढ़, संगरिया, कोहला वन क्षेत्र, मसीतावाली हैड, भद्रकाली मंदिर, सर छोटूराम संग्रहालय समेत अन्य पर्यटन स्थलों का होगा विकास, ऊंट महोत्सव, मरू महोत्सव के तर्ज पर हनुमानगढ़ में भी हर साल आयोजित होगा महोत्सव, पर्यटन विभाग करेगा खाका तैयार, जिले के एंट्री प्वाइंट पर लगेंगे बड़े पिलर, कोहला वन क्षेत्र में बनेंगे वॉच टावर
विनय एक्सप्रेस समाचार, हनुमानगढ़। अब वो दिन दूर नहीं जब हनुमानगढ़ राजस्थान के पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार होगा। मुख्यमंत्री की बजट घोषणा 2022-23 के अनुरूप जिले के प्रसिद्ध व महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का करीब 3 करोड़ की लागत से विकास किया जाएगा। जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेल की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में इसका खाका तैयार किया गया। 3 करोड़ की लागत से जिले के प्रसिद्ध व महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों भद्रकाली मंदिर, कृषि विज्ञान केन्द्र संगरिया, कोहला वन क्षेत्र, मसीतावाली हेड, संगरिया का सर छोटूराम स्मारक संग्रहालय, रावतसर का खेतरपाल जी का मंदिर, गोगामेड़ी मंदिर, पल्लू का ब्रह्माणी माता मंदिर, शिला पीर/माता मंदिर को विकसित किया जाएगा।
जिला कलेक्टर ने बताया कि इसके अलावा बीकानेर के ऊंट महोत्सव, जैसलमेर के मरू महोत्सव की तर्ज पर हनुमानगढ़ में भी प्रति वर्ष एक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर पर्यटन विभाग को विस्तृत रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों को शामिल करते हुए एक पंपलेट भी पर्यटन विभाग तैयार करेगा। जिसका विमोचन जिला स्थापना दिवस पर किया जाएगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि वन विभाग की ओर से करीब 2 करोड़ की लागत से धन्नासर में लव-कुश वाटिका का निर्माण भी जल्द शुरू किया जाएगा। लिहाजा हनुमानगढ़ जल्द ही राज्य के पर्यटन मानचित्र पर उभरने जा रहा है।
बीकानेर से आए पर्यटन विभाग के उपनिदेशक श्री भानु प्रताप ने बताया कि हनुमानगढ़ में पर्यटन विकास को लेकर बहुत संभावनाएं है। इसको देखते हुए जिले को राज्य के पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए पर्यटन विभाग कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। हर साल यहां महोत्सव के आयोजन को लेकर जल्द ही प्रस्ताव जिला कलेक्टर को प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होने धन्नासर में आपणी योजना के जलाशयों में स्पीड बोटिंग, स्कूबा डाइविंग इत्यादि की संभावनाएं जताई, लेकिन इसको लेकर संबंधित विभाग से पहले अनुमति लेनी होगी।
बैठक में जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर करीब 3 करोड़ के जिन विकास कार्यों के प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। उनमें 30 लाख की लागत से भद्रकाली मंदिर में यात्री निवास, शौचालय निर्माण इत्यादि कार्य ग्राम पंचायत के जरिए, 30 लाख की लागत से खेत्रपाल मंदिर रावतसर में पीने का पानी, आरओ, शौचालय, बैठने का शेड व अन्य कार्य नगर पालिका रावतसर के जरिए, 20 लाख की लागत से शीलापीर/माता मंदिर में शौचालय, पेयजल, बैठने का शैड का निर्माण नगर परिषद हनुमानगढ़,10 लाख की लागत से पल्लू ब्राह्मणी माता मंदिर में कचरा पात्र, पीने का पानी, शौचालय इत्यादि ग्राम पंचायत पल्लू के जरिए, जैसलमेर, बीकानेर संग्रहालय की तर्ज पर संगरिया के सर छोटूराम स्मारक के विकास हेतु 30 लाख की लागत से वैक्यूम क्लीनर, शौचालय, मुख्य गेट, चारदीवारी, छत की मेंटेनेंस, ट्रेंड स्टॉफ, रंग रोगन व अन्य कार्य करवाए जाएंगे।
इसी तरह 20 लाख की लागत से गोगामेड़ी मेले हेतु 8-8 यूनिट के दो चल शौचालय व अन्य अचल शौचालय का निर्माण नगर पालिका नोहर के जरिए, 60 लाख की लागत से संगरिया केवीके में हाट बाजार, कैंटीन, म्यूजियम, फाउंटेन इत्यादि विकास कार्य केवीके के जरिए, 60 लाख की लागत से कोहला वन क्षेत्र में वाच टावर, टॉयलेट, वन्यजीवों के लिए रेस्क्यू सेंटर, बैठने की जगह पर शेड निर्माण, पीने के पानी की व्यवस्था इत्यादि वन विभाग के जरिए, मसीतावाली हैड पर 50 लाख की लागत से कैफेटेरिया, शौचालय, पीने का पानी, झोंपड़ी इत्यादि का निर्माण शामिल है।
बैठक में जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेल, सीईओ जिला परिषद श्री अशोक असीजा, बीकानेर से आए पर्यटन विभाग के उपनिदेशक श्री भानुप्रताप, केवीके संगरिया इंचार्ज डॉ अनूप कुमार, पीआरओ श्री सुरेश बिश्नोई, पर्यटन अधिकारी श्री पुष्पेन्द्र प्रताप, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री लखपत राय, अधिशाषी अभियंता श्री सहीराम यादव, रावतसर ईओ श्री प्रमोद कुमार, पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता श्री अनिल अग्रवाल, क्षेत्रीय वन अधिकारी श्री शंकरलाल, संगरिया ग्रामोत्थान विद्यापीठ के सचिव डॉ सुरेन्द्र सहारण, नगर परिषद सचिव श्री अजीत सिंह, सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री तुलसीराम, कनिष्ठ सहायक पंचायत राज श्री हंसराज, देवस्थान विभाग से कनिष्ठ सहायक श्री योगेश शर्मा उपस्थित रहे।
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अब राज्य के पर्यटन मानचित्र पर जल्द उभरेगा हनुमानगढ़
मुख्यमंत्री बजट घोषणा के अनुरूप 3 करोड़ की लागत से जिले के प्रसिद्ध व महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का किया जाएगा विकास
केवीके संगरियाए कोहला वन क्षेत्रए मसीतावाली हैडए भद्रकाली मंदिरए सर छोटूराम संग्रहालय समेत अन्य पर्यटन स्थलों का होगा विकास
ऊंट महोत्सवए मरू महोत्सव के तर्ज पर हनुमानगढ़ में भी हर साल आयोजित होगा महोत्सवए पर्यटन विभाग करेगा खाका तैयार
जिले के एंट्री प्वाइंट पर लगेंगे बड़े पिलरए कोहला वन क्षेत्र में बनेंगे वॉच टावर
हनुमानगढ़ए 26 मई। अब वो दिन दूर नहीं जब हनुमानगढ़ राजस्थान के पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार होगा। मुख्यमंत्री की बजट घोषणा 2022.23 के अनुरूप जिले के प्रसिद्ध व महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों का करीब 3 करोड़ की लागत से विकास किया जाएगा। जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेल की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में इसका खाका तैयार किया गया। 3 करोड़ की लागत से जिले के प्रसिद्ध व महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों भद्रकाली मंदिरए कृषि विज्ञान केन्द्र संगरियाए कोहला वन क्षेत्रए मसीतावाली हेडए संगरिया का सर छोटूराम स्मारक संग्रहालयए रावतसर का खेतरपाल जी का मंदिरए गोगामेड़ी मंदिरए पल्लू का ब्रह्माणी माता मंदिरए शिला पीरध्माता मंदिर को विकसित किया जाएगा।
जिला कलेक्टर ने बताया कि इसके अलावा बीकानेर के ऊंट महोत्सवए जैसलमेर के मरू महोत्सव की तर्ज पर हनुमानगढ़ में भी प्रति वर्ष एक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर पर्यटन विभाग को विस्तृत रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों को शामिल करते हुए एक पंपलेट भी पर्यटन विभाग तैयार करेगा। जिसका विमोचन जिला स्थापना दिवस पर किया जाएगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि वन विभाग की ओर से करीब 2 करोड़ की लागत से धन्नासर में लव.कुश वाटिका का निर्माण भी जल्द शुरू किया जाएगा। लिहाजा हनुमानगढ़ जल्द ही राज्य के पर्यटन मानचित्र पर उभरने जा रहा है।
बीकानेर से आए पर्यटन विभाग के उपनिदेशक श्री भानु प्रताप ने बताया कि हनुमानगढ़ में पर्यटन विकास को लेकर बहुत संभावनाएं है। इसको देखते हुए जिले को राज्य के पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए पर्यटन विभाग कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। हर साल यहां महोत्सव के आयोजन को लेकर जल्द ही प्रस्ताव जिला कलेक्टर को प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होने धन्नासर में आपणी योजना के जलाशयों में स्पीड बोटिंगए स्कूबा डाइविंग इत्यादि की संभावनाएं जताईए लेकिन इसको लेकर संबंधित विभाग से पहले अनुमति लेनी होगी।
बैठक में जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर करीब 3 करोड़ के जिन विकास कार्यों के प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। उनमें 30 लाख की लागत से भद्रकाली मंदिर में यात्री निवासए शौचालय निर्माण इत्यादि कार्य ग्राम पंचायत के जरिएए 30 लाख की लागत से खेत्रपाल मंदिर रावतसर में पीने का पानीए आरओए शौचालयए बैठने का शेड व अन्य कार्य नगर पालिका रावतसर के जरिएए 20 लाख की लागत से शीलापीरध्माता मंदिर में शौचालयए पेयजलए बैठने का शैड का निर्माण नगर परिषद हनुमानगढ़ए10 लाख की लागत से पल्लू ब्राह्मणी माता मंदिर में कचरा पात्रए पीने का पानीए शौचालय इत्यादि ग्राम पंचायत पल्लू के जरिएए जैसलमेरए बीकानेर संग्रहालय की तर्ज पर संगरिया के सर छोटूराम स्मारक के विकास हेतु 30 लाख की लागत से वैक्यूम क्लीनरए शौचालयए मुख्य गेटए चारदीवारीए छत की मेंटेनेंसए ट्रेंड स्टॉफए रंग रोगन व अन्य कार्य करवाए जाएंगे।
इसी तरह 20 लाख की लागत से गोगामेड़ी मेले हेतु 8.8 यूनिट के दो चल शौचालय व अन्य अचल शौचालय का निर्माण नगर पालिका नोहर के जरिएए 60 लाख की लागत से संगरिया केवीके में हाट बाजारए कैंटीनए म्यूजियमए फाउंटेन इत्यादि विकास कार्य केवीके के जरिएए 60 लाख की लागत से कोहला वन क्षेत्र में वाच टावरए टॉयलेटए वन्यजीवों के लिए रेस्क्यू सेंटरए बैठने की जगह पर शेड निर्माणए पीने के पानी की व्यवस्था इत्यादि वन विभाग के जरिएए मसीतावाली हैड पर 50 लाख की लागत से कैफेटेरियाए शौचालयए पीने का पानीए झोंपड़ी इत्यादि का निर्माण शामिल है।
बैठक में जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेलए सीईओ जिला परिषद श्री अशोक असीजाए बीकानेर से आए पर्यटन विभाग के उपनिदेशक श्री भानुप्रतापए केवीके संगरिया इंचार्ज डॉ अनूप कुमारए पीआरओ श्री सुरेश बिश्नोईए पर्यटन अधिकारी श्री पुष्पेन्द्र प्रतापए जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री लखपत रायए अधिशाषी अभियंता श्री सहीराम यादवए रावतसर ईओ श्री प्रमोद कुमारए पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता श्री अनिल अग्रवालए क्षेत्रीय वन अधिकारी श्री शंकरलालए संगरिया ग्रामोत्थान विद्यापीठ के सचिव डॉ सुरेन्द्र सहारणए नगर परिषद सचिव श्री अजीत सिंहए सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री तुलसीरामए कनिष्ठ सहायक पंचायत राज श्री हंसराजए देवस्थान विभाग से कनिष्ठ सहायक श्री योगेश शर्मा उपस्थित रहे।