विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। ब्यूरोक्रेसी में इन दिनों मुख्य सचिव के बाद एक और अधिकारी की खूब तारीफ हो रही है. सचिवालय आने वाले आगुंतक उनके ऑफिस को देखकर अन्य अधिकारियों को भी उनका उदाहरण देते नजर आते हैं. समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) के सचिव समित शर्मा ने ओपन डूर पॉलिसी को तर्ज पर अपने ऑफिस को तैयार करवाया है.
इसमें कोई भी बाहर से गुजरने वाला कर्मचारी, आगुंतक ऑफिस के अंदर कामकाज को देख सकता है. इसके साथ ही ऑफिस के बाहर एक पट्टी भी लगवाई है, जिसमें मिलने का समय लिखा है- कभी भी. इसको देखकर हर आगुंतक इनकी चर्चा अन्य अधिकारियों के साथ करता है, जहां एक ओर सचिवालय में कई अधिकारी मिलने के लिए एक टाइम लिखकर लिखते हैं दूर-दराज से आने वाले व्यक्ति इससे नाराज होकर चले जाते हैं लेकिन समित शर्मा की यह कार्यशैली लोगों को पसंद आ रही है.
इसके साथ ही आईएएस अधिकारियों को मिलने वाले रेस्ट रूम को भी अपना कार्यक्षेत्र के लिए उपयोग कर लिया है. उन्होंने उस कमरे को ऑफिस के कर्मचारियों को बैठने के लिए कंप्यूटर लगा दिए हैं ताकि आसानी से जल्द काम हो सके. वहीं चैंबर में हर काम को लिखने के लिए विभागवार बोर्ड लगवा दिए हैं, जिसकी चर्चा हर ओर है. हाल ही में बीकानेर से आए एक आगुंतक को अधिकारी ने मिलने से मना कर दिया तो वो नाराज होकर चले गए. वह अन्य लोगों से समित शर्मा की तरह ऑफिस रखने की बात कहने लगे.
समित शर्मा का मानना है कि आम जनता के लिए आपके दरवाजे हमेशा खुले होने चाहिए. आम जनता के लिए दरवाजे खुले होने से आप सरकार की मंशा को साकार करते हैं. आम व्यक्ति आप से किसी परेशानी की वजह से मिलने आता है ना कि टाइम पास करने. मुख्य सचिव निरंजन आर्य भी दिनभर की मीटिंगों के बावजूद लगातार लोगों से संपर्क करते रहते हैं, जिसके चलते अधिकारियों से ज्यादा आगुंतक समस्याओं को लेकर उनसे मिलना पसंद कर रहे हैं.