विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। लट उलझी सुलझा जा बालम…‘‘ लट उलझी सुलझा जा बालम… ’’ राग विहार में इन स्वर लहरियों से युवा संगीत साधिका सुश्री लोपामुद्रा आचार्य ने सुरमयी प्रस्तुति देते हुए आगंतुक सुधि श्रोताओं का मन मोह लिया।
अवसर था – परम्परा और बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति के सह आयोजन में कला-सृजनमाला की पांचवीं मासिक कड़ी के तहत 16 जनवरी, 2023 को स्थानीय प्रौढ़ शिक्षा भवन सभागार में युवा संगीतकारों की सांगीतिक प्रस्तुति के आयोजन का।
उल्लेखनीय है कि कीर्तिशेष डाॅ.श्रीलाल मोहता की पावनस्मृति में प्रत्येक माह की 16 तारीख को कला-सृजनमाला के तहत डाॅ.श्रीलाल मोहता के बहुविध व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने के लिए विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं।
इस क्रम में युवा संगीत साधिका लोपामुद्रा आचार्य ने राग केदार में कान्हारे नंद नंदन…की बंदिश, गजल होश वालों को खबर क्या बेखुदी का चीज है, लोकगीत काळी कलामण ऊमड़ी रेकृऔर पूजण दो गणगौर भंवर म्हाने….आदि की भावभींनी प्रस्तुति देकर सुरसरिता का प्रवाह किया।
इसी क्रम में शहर के युवा संगीत साधक राकेश बिस्सा ने बीकानेर के राज्यगीत ओ जंगळ मंगळ देश म्हाने प्यारो लागे सा… से अपने मधुर गायन पर प्रशंसा प्राप्त करते हुए राजस्थान के प्रसिद्धगीत केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देस और धरती धोरां री….की सुरसधि और ओजस्वी प्रस्तुति देकर आगंतुकों का मन मोह लिया।
इसी के साथ युवा तबला वादक भास्कर आचार्य ने तबले पर तील ताल, ताल कैरवा 8 मात्रा के बीकानेरी, पंजाबी, ताल को तबले पर संगत करके सुधि श्रोताओं से भूरी-भूरी प्रशंसा प्राप्त की।
इन प्रस्तुतियों में हारमोनियम पर बिट्ठल पारीक और ढोलक पर हेमन्त शर्मा ने अपनी प्रभावी संगत करके सभी प्रस्तुतियों को मनमोहक बना दिया।
आयोजन के अध्यक्षीय उद्बोधन के तहत विदूषी डाॅ. विभा बंसल ने संगीत साधना को असीमित बताते हुए कहा कि सृष्टि का कण-कण और क्षण-क्षण संगीत में ही पीरोया हुआ है।
सान्निध्य उद्बोधन के तहत डाॅ.ओम कुवेरा ने युवा संगीत साधकों को नवप्रगति का आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में युवा संगीत साधकों सुश्री लोपामुद्रा आचार्य, श्री भास्कर आचार्य और श्री राकेश बिस्सा सहित बिट्ठल पारीक और हेमन्त शर्मा का माल्यार्पण, शाॅल ओढाकर और स्मृति चिह्न भेंट कर अभिनंदन किया।
संयोजन करते हुए संस्था परिवार के ओमप्रकाश सुथार ने कला सृजनमाला के प्रयोजन एवं अब तक हुए आयोजनों से आगंतुकों को अवगत कराया।
अंत में एडवोकेट गिरिराज मोहता ने आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त करत हुए कला सृजनमाला के आगामी आयोजनों में भी उत्साहवर्द्धन हेतु आग्रह किया।
इस अवसर पर एन.डी.रंगा शेरे, कमल श्रीमाली, डाॅ.ब्रजरतन जोशी, अविनाश भार्गव, मोतीलाल बोदानी, जीके नागपाल, संपत जैन, हीतेन्द्र व्यास, सुभाष पुरोहित, राजकुमार खत्री, पवन देवाणी सहित शहर के प्रबुद्धजन एवं संस्था परिवार के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं एवं संदर्भ व्यक्तियों की सक्रिय सहभागिता रही।