जनकल्याणकारी योजनाओं का करें अधिकतम प्रचार प्रसारः-संभागीय आयुक्त मेहरा
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा ने बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति, जिले में लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम, जल जीवन मिशन के कार्यो, मुख्यमंत्री बजट घोषणा के अंतर्गत जिले में लंबित भूमि आवंटन के प्रकरण एवं जिले में कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिले के प्रत्येक निजी अस्पताल में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का नोडल अधिकारी बनाया जाएं, जिसके माध्यम से योजना का प्रचार प्रसार भी किया जाएं एवं मरीजों की शंकाओं का समाधान किया जाएं। उन्होंने जिले में मौसमी बीमारियों की स्थिति जानते हुए इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने निशुल्क दवा योजना के तहत दवा की उपलब्धता व सुचारु वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही जिससे राज्य सरकार की निरोगी राजस्थान की संकल्पना साकार हो सके।उन्होंने खाद्य पदार्थो में मिलावट के प्रकरणों मे जिले में पिछले छह माह में दिए गए निर्णयों की समीक्षा की। इस दौरान एडीएम मोहनलाल खटनावलिया ने अवगत करवाया कि अप्रेल से आदिनांक तक कुल 80 मामलों में निर्णय देकर 16 लाख पंद्रह हजार का जुर्माना वसूला गया है जिस पर संभागीय आयुक्त ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए एडीएम खटनावलिया की सराहना की एवं खाद्य पदार्थो में मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दियें।
उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी के संयुक्त निदेशक को आधार अपडेटशन सेंटर के लिए सुलभ जगहों का चयन करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सभी ई-मित्र केन्द्रो पर सरकार द्वारा निर्धारित दरों एवं अन्य सूचनाओं को सादृश्य स्थान पर प्रदर्शित करने की बात कही। संभागीय आयुक्त ने कहा कि जिले में आधार अपडेशन के कार्य का वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाएं, जिससे आमजन लाभान्वित हो। उन्होंने रसद विभाग के अधिकारी से रिक्त उचित मूल्य की दुकानों को भरने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी दुकानों पर पीले रंग के वाॅलपेंट पर काले अक्षरों में दुकानदार का नाम व मोबाईल नंबर प्रदर्शित करना सुनिश्चित करें। वहीं उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित होने वाले लाभार्थियों में से न्यूनतम दस प्रतिशत का भौतिक सत्यापन नियमित रुप से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भौतिक सत्यापन से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की सफल क्रियान्विति सुनिश्चित होती है। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का अधिकतम प्रचार प्रसार करने एवं सर्वे करवाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बीपीएल परिवार की बेटियों की शादियों का शत प्रतिशत रजिस्ट्रेशन करवाने व कन्यादान योजना के तहत अधिकतम को लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत एलडीएम को शाखावार माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को आमजन तक वन एवं वन्यजीवों से सम्बन्धित कानूनों की जानकारी उपलब्ध करवा कर समन्वय के साथ कार्य करने की बात कही।
उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों से जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि पुलिस आमजन में अधिक से अधिक विश्वास कायम करें तथा अपराधियों के खिलाफ नियमित रुप से प्रभावी कार्रवाई की जाएं ताकि अपराधियों में कानून व्यवस्था के प्रति भय कायम रहे एवं अपराधों में कमी आए। संभागीय आयुक्त मेहरा ने जिले में लंपी स्किन डिजीज की स्थिति की जानकारी ली जिस पर उन्हें पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि जिले में वैक्सीनेशन सुचारू रूप से चल रहा है एवं लगभग 50 हजार वैक्सीनेशन हो गया है।
संभागीय आयुक्त ने इस दौरान देवनारायण स्कूटी योजना, इंदिरा रसोई योजना, घर-घर औषधि योजना, जल जीवन मिशन, किसान मित्र योजना, एकल नारी सम्मान, सिलिकोसिस सहित विभिन्न बजट घोषणाओं एव योजनाओं पर चर्चा कर लक्ष्यानुरूप प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
बैठक के दौरान जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के सम्बन्ध में जिले की स्थिति एवं आंकडों के बारे में विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। साथ ही उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को बैठक में दिये गए निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
बैठक में कुचामन एडीएम कमला अलारिया, जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी दलीप कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ताराचंद, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. महेश वर्मा, एसई पीएचईडी हिमांशु गोविल, डिस्काॅम एसई एफआर मीणा, जिला रसद अधिकारी अंकित पचार, कृषि उपनिदेशक हरीश मेहरा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक जगदीश, उपवन संरक्षक ज्ञानचंद मकवाना, पीडब्ल्यूडी अधीक्षण अभियंता पीआर खुड़िवाल, पशुपालन विभाग संयुक्त निदेशक डाॅ. महेश कुमार मीणा, रोडवेज प्रबंधक उषा चौधरी, सीडीईओ सुरेन्द्र सिंह शेखावत, डीओआइटी के संयुक्त निदेशक कुम्भाराम रेलावत सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।