आरआईडीएफ-नाबार्ड की कार्यशाला में संभाग में विकास कार्यों को समय पर करने पर मंथन

कार्यशाला में चिकित्सा,विद्युत,पेयजल,सड़क सहित दर्जन भर विकास कार्यो पर हुई चर्चा

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। नाबार्ड द्वारा आरआईडीएफ के अंतर्गत राज्य सरकार को वित्तीय सहायता के माध्यम से चलाये जा रहे विभिन्न कार्याे को और बेहतर ढंग से अंतिम रुप देने के लिए अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता की अध्यक्षता में सोमवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया.।
कार्याशाला में गुप्ता ने बीकानेर जिले में किये जा रहें कार्यों की संभागवार तथा विभागवार समीक्षा करते हुए सभी कार्यों को तय समय में पूरा करने हेतु सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी बताया कि सभी विभाग नाबार्ड आर आईडीएफ की सभी योजनाओं का लाभ उठाये तथा जिले में चल रहें कार्यों को समय से जनता को समर्पित करें।


इस अवसर पर जिले में आरआईडीएफ के सहयोग से उपनी डूंगरगढ में चल रहें मॉडल स्कूल के कार्य को शीघ्रतिशीघ्र पूरा करने पर जोर दिया गया। कृषि विपणन बोर्ड द्वारा बनाये जा रहें वेटरनरी सेंटरर्स की जानकारी ली और निर्देश दिए कि जिलें में पीडब्ल्यूडी ग्रामीण क्षेत्रों को शहरी सडकों तथा दूसरें गाँवों से जोडने वाली सडको को शीघ्र पूरा करने के दिशा-निर्देश दिए गए। इसके अलावा दूरदराज के क्षेत्रों को चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यशाला में आरआईडीएफ के अंतर्गत पुराने भवनो के स्थान पर नये भवन बनाये ,आरआईडीएफ के माध्यम से बीकानेर की लाइफ लाईन इंदिरा गाँधी नहर के  मरम्मत का कार्य, आरआईडीएफ के माध्मय से जल जीवन मिशन के अंतर्गत 32 गाँवों के प्रत्येक घर को नल की उपलब्धता का कार्य तेज गति से करने पर जोर दिया गया। खाजूवाला तथा पूगल के  जेेजेएम का कार्य दिसम्बर तक पूरा करवाने के लिए संबंधित विभाग को दिशा-निर्देश दिए गए।
कार्यशाला में पीडब्ल्यूडी, इंदिरा गाँधी नहर परियोजना, पीएचईडी, वेटरनरी विभाग, चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग तथा राजस्थान वेयरहाउसिंग कारपोरेशन के संभागस्तरीय विभागाध्यक्षों ने अपने विभाग से संबंधित पर जानकारी दी।
इस अवसर पर नाबार्ड बीकानेर के सहायक महाप्रबंधक रमेश ताम्बिया ने बताया कि आरआईडीएफ के अंतर्गत बीकानेर जिले में सभी विभागों के माध्यम से चल रही 210 परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति तथा धीमी गति से चल रहे कार्यों तथा अभी तक प्रारंभ नहीं हुए कार्यों में आ रही समस्याओं के शीघ्र निपटाने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने आरआईडीएफ के अंतर्गत अगले वर्ष के लिए प्रस्तावित कार्यों की सूचना राज्य सरकार के माध्यम से नाबार्ड को समय से भेजने हेतु सभी विभागों को निर्देशित किया।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के माध्यम से आवश्यकता पडने पर विभागों को आरआईडीएफ के अतिरिक्त नाबार्ड की आधारभूत विकास निधि से भी वित्तीय सहायता प्राप्त की जा सकती है। आधारभूत विकास निधि के माध्यम से जिले में विद्युत के लिए 03 ब्लाक में जीएसएस का निर्माण किया जा रहा हैं।
कार्यशाला में संभागस्तरीय अधिकारियों द्वारा संभाग में आरआईडीएफ की वित्तीय सहायता से ग्रामीण सड़के, मॉडल स्कूल/ अतिरिक्त स्कूल भवन, वेटरनरी सेंटर, प्राथमिक चिकित्सा इकाई व  केन्द्रीयकृत चिकित्सा इकाईयों तथा निडा के माध्यम से बनाये जा रहें विद्युत उपकेन्द्रों के लिए आभार व्यक्त किया।