अपनों से भी जरूरी है सावधानी, टीनएजर्स सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव से बचें – नवीन जैन
विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। ‘आजकल बच्चों और अभिभावकों के बीच संवाद का अभाव है जिस कारण बच्चे कई बार अनावश्यक मुसीबत में भी फंस जाते हैं। क्योंकि वे अपने साथ होने वाले बुरे व्यवहार या गलत कार्यों के प्रति भी अभिभावकों को नहीं बता पाते। इसलिए दोनों तरफ से इस कम्यूनिकेशन गेप को समाप्त करने का प्रयास करना चाहिए। ’ ये विचार शनिवार को पंचायती राज के सचिव एवं राज्य में चल रहे स्पर्श अभियान के प्रणेता वरिष्ठ आईएएस नवीन जैन ने स्पर्श जागरूकता कार्यक्रमों में व्यक्त किए। उन्होंने जिला मुख्यालय पर स्थिति विभिन्न स्कूलों में स्पर्श कार्यक्रमों में बच्चों को संबोधित किया। वहीं टीम सदस्य डॉ. सौरभ जैन, विक्रम राघव व पूनम खेतान ने भी बच्चों को जानकारी दी। इस दौरान एसीईओ वैभव अरोड़ा व सीओआईईसी विनोद बिश्रोई ने समन्वय किया।
आईएएस श्री जैन ने बच्चों से मुखातिब होते हुए कहा कि वे अपने मां-बाप से बेहतर संवाद कायम करें, समन्वय स्थापित करें क्योंकि विकट परिस्थितियों में हमेशा वे ही आपके साथी होंगे। मां-बाप का धन्यवाद देना न भूलें, क्योंकि वे अपनी इच्छाओं को त्याग आपके लिए हर संभव अच्छा करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि बच्चों के अच्छे व्यवहार पर उन्हें प्रोत्साहित करें, उनसे संवाद बनाएं। श्री जैन ने कहा कि जरूरी नहीं कि अनजान लोग ही बच्चों के साथ छेड़छाड़ या यौन शोषण करते हैं बल्कि ज्यादातर घटनाओं में सामने आता है कि आस-पास के लोग, नियमित संपर्क में आने वाले लोग और पारिवारिक लोग भी इस तरह की हरकत कर सकते हैं। ऐसे में जागरूकता और सावधानी बेहद जरूरी है। टीनएजर्स को सीख देते हुए श्री जैन ने कहा कि वे अपने से छोटे बच्चों का ख्याल रखें, उन्हें गुड टच, बैड टच के प्रति जागरूक करें। इसी तरह समाज को अच्छा देने का प्रयास करें, फिर भी यदि कुछ न कर सको तो बुरा बिल्कुल न करो। यानी पुण्य नहीं कर पाओ तो कम से कम पाप तो न करो। टीएनएजर्स को अच्छी संगत में रहने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने कहा कि यदि आप बिल्कुल शरीफ हैं लेकिन यदि आपकी संगत गलत हुई तो इसका बुरा प्रभाव आपके साथ आपके मां-बाप पर भी पड़ सकता है। क्योंकि जब भी आप या आपके साथी कुछ गलत करेंगे तो पुलिस सबसे पहले अभिभावकों को ही बुलाएगी। वहीं आपके गलत कार्यों की सामाजिक सजा भी आपके अभिभावकों को भुगतनी पड़ सकती है। उन्होंने बच्चों को गुड टच, बैड टच के प्रति विस्तार से जानकारी देेते हुए, बच्चों व टीएनएजर्स को सावधान रहने की हिदायत दी। इसी तरह अन्य वक्ताओं ने विभिन्न स्कूलों में बच्चों को स्पर्श अभियान के तहत जागरूक किया।
सोशल मीडिया बेहद घातक
आईएएस नवीन जैन ने सोशल मीडिया को लेकर बच्चों, किशोर-किशोरियों सहित अभिभावकों को चेताया और कहा कि जितना आसानी व सहजता से यह उपलब्ध है, उतना ही नुकसान दायक भी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि बच्चों के साथ-साथ बड़े व अभिभावक सोशल मीडिया को लेकर सावधान रहें। अनावश्यक एप डाउनलोड करते समय सावधानी बरतें। यदि किसी अनजान के सोशल मीडिया पर गलत मैसेज आ रहे हैं तो उसकी शिकायत करें, उन्हें ब्लॉक करें। ओटीटी पर गाली-गलोच वाली फिल्मों व सीरियल आदि बच्चों को न देखने दें, क्योंकि फिर वे वही व्यवहार समाज में अपने दोस्तों और फिर अपने आस-पास के लोगों के साथ करते हैं।
इन स्कूलों में हुए कार्यक्रम
सीओआईईसी विनोद बिश्रोई ने बातया कि स्पर्श कार्यक्रम बिहाणी शिक्षण संस्थान में आयोजित हुआ, जहां बीसीए व एसडी बिहाणी स्कूल के बच्चे शामिल हुए। इस दौरान बिहाणी शिक्षा न्यास के अध्यक्ष जयदीप बिहाणी, निदेशक राजेंद्र राठी, डॉ. एमएल शर्मा व कमलजीत सिंह सुदन मौजूद रहे। बिड़ला पब्लिक स्कूल में प्रिंसिपल बबीता सिंह और नोजगे स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में एमडी पी सुदन, रचना भटनागर आदि और ब्लूमिंग डेल्स इंटरनेशल स्कूल में भारती चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन सोहनलाल सिहाग, एसएन सुपरस्पेशलिस्ट हॉस्पीटल के निदेशक विकास सिहाग, बीडीआईएस के निदेशक श्याम जैन व अजय गुप्ता आदि मौजूद रहे। इसी तरह टाइन टोटस स्कूल में कार्यक्रम आयेाजित हुआ।