विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री श्री गोविन्द राम मेघवाल ने कहा कि विभाग द्वारा राहत एवं बचाव कार्याें में दी जाने वाली राशि की लगातार मॉनीटरिंग की जाए जिससे वास्तविक रुप से आपदा से ग्रसित व्यक्ति को इसका फायदा मिल सकें।
श्री मेघवाल मंगलवार को शासन सचिवालय में आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभाग के स्तर पर सहायता राशि प्रदान करने हेतु जितने भी प्रकरण लंबित है उनका शीघ्र निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्याें के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पाला, शीतलहर अथवा ओलावृष्टि से हुई क्षति की सही जानकारी मुख्यालय तक पहुंचे तथा जो अधिकारी सही जानकारी नहीं दे रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
आपदा प्रबंधन मंत्री ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों के लिए विभिन्न विभागों को आपदा प्रबंधन विभाग से जारी स्वीकृत राशि के बारे में विस्तृत जानकारी ली तथा अधिकारियों को विभागों द्वारा किए गए कार्याें की सूची भी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। विभागीय अधिकारियों द्वारा उन्हें बताया गया कि सूखा प्रभावित जिलों यथा बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर, जालोर, पाली एवं सिरोही में कुल 4 हजार 670 गावों में 750 टेंकरों द्वारा पेयजल परिवहन किया जा रहा है।
बैठक में आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग के शासन सचिव श्री आशुतोष ए. टी. पेडनेकर ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग के कार्याें, विभागीय बजट घोषणाओं की प्रगति तथा नवाचारों को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।