विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने प्रदेश के स्वास्थ्य सूचकांकों में हुई प्रगति की सराहना करते हुए एचडब्ल्यूसी केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण, आयुषमान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत आभा आईडी बनाए जानें पर जोर दिया। गोलतलब है की आधारभूत चिकित्सा सेवाओं में हुई मजबूती, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना और मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना के यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज मॉडल की बदौलत नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के अनुसार राजस्थान के स्वास्थ्य सूचकांको में बेहतरीन प्रगति हुई है।
केंद्रीय मंत्री ने एक दिवसीय दौरे पर शनिवार को जयपुर स्थित होटल खासा कोठी में दोपहर 3.30 से 5.30 तक बैठक आयोजित कर प्रदेश में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी ली एवं आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने कहा कि टेलीकंसल्टेशन एक महत्वपूर्ण सेवा है, जिसके माध्यम से एक गरीब और जरूरमंद मरीज को टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाओं उपलब्ध करायी जाती है। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण केन्द्रों में दी जाने वाली सेवाओं, इसके आधारभूत सुदृढीकरण, उपकरणों की उपलब्धता की सुनिश्चितता के संबंध में भी दिशा-निर्देश प्रदान किये।
बैठक में मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेंद्र सोनी ने प्रदेश में संचालित टेलीकंसल्टेशन सेवा, टीबी मुक्त राजस्थान की दिशा में किये जा रहे प्रयासों, निक्षय पोषण योजना, अनिमिया मुक्त राजस्थान- शक्ति दिवस, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
औषधि एवं खाद्य सुरक्षा आयुक्त श्री सुनील कुमार शर्मा ने प्रदेश में 10 जून से संचालित किये गये संचालित शुद्ध के लिये युद्ध अभियान एवं ब्लाक स्तर पर इसके लिये मानिटरिंग सिस्टम के बारे में जानकारी दी।
निदेशक जन स्वास्थ्य डॉ वीके माथुर सहित ने कोविड टीकाकरण एवं कोरोना जांच एवं उपचार सेवाओं के बारे में अवगत कराया।
बैठक में ROHFW के सीनियर क्षेत्रीय निदेशक श्री दीपक सक्सेना, एनसीडीसी- अलवर के संयुक्त निदेशक डॉ नवीन छारण एवं एयरपोर्ट अथोरिटी के हेल्थ इंचार्ज डॉ सोहन लाल यादव ने प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रगति एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के सभी सेक्शन के परियोजना निदेशक एवं संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।