शिक्षा विभाग बना रहा ट्रांसफर पॉलिसी की गाइडलाइन:एक बार फिर जयपुर में लगेंगे केंप, ग्रेड थर्ड के तबादलों पर संकट

Bulaki Das Kalla Minister

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। टीचर्स ट्रांसफर के लिए हर बार की तरह इस बार भी जयपुर में कैंप लगेंगे। ट्रांसफर पॉलिसी नहीं बनने के कारण जनरल गाइडलाइन तय की जा रही है, जिसके आधार पर हजारों की संख्या में टीचर्स काे इधर से उधर करने की कवायद होगी।

ट्रांसफर का सबसे बड़ा आधार क्षेत्र के कांग्रेस या फिर सरकार समर्थक विधायक की डिजायर होगी। सब कुछ सही रहा तो बीस जून से पहले जयपुर में ये कैंप शुरू हो जाएगा।

बार बार घोषणा के बाद भी शिक्षा विभाग ट्रांसफर पॉलिसी तैयार नहीं हो पाई है, ऐसे में मार्गदर्शन जारी किए जाएंगे। ट्रांसफर का आधार इन्हीं निर्देशों को बनाया जाएगा, हालांकि कोई तय नीति नहीं होने के कारण सरकार के निर्देश पर इनसे हटकर भी ट्रांसफर हो सकते हैं। ग्रेड थर्ड टीचर्स के ट्रांसफर को लेकर अब तक संशय बना हुआ है। दरअसल, ग्रेड थर्ड के ट्रांसफर शुरू करते ही प्रदेशभर के विधायकों की नाराजगी सरकार को मोल लेनी पड़ सकती है। वहीं हर बार की तरह इस बार भी लेक्चरर, प्रिंसिपल के ट्रांसफर पहली खेप में होंगे। किसी भी स्थिति में 25 जून से पहले कोई बड़ी लिस्ट जारी नहीं होगी। वहीं बड़ी सिफारिश वाले टीचर्स की इक्का दुक्का लिस्ट आ सकती है।

ये हो सकते हैं सामान्य निर्देश

कैंसर सहित अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित को शहरी क्षेत्र में ट्रांसफर दिया जाएगा।

एक महिला या विधवा-परित्यक्ता को शहर में ट्रांसफर दिया जा सकता है।

एक समय सीमा तय की जाएगी, उतने वर्ष की ग्रामीण सेवा होने पर ट्रांसफर किया जा सकता है।

प्रतिबंधित जिलों से बाहर किसी का ट्रांसफर नहीं होगा।

प्रतिबंधित जिलों से बाहर ट्रांसफर के लिए अलग से नियम हो सकते हैं।

किसी भी महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में बिना इंटरव्यू ट्रांसफर नहीं होंगे।

सिर्फ रिक्त पदों पर ही ट्रांसफर हो सकते हैं। अन्यथा वाइस वरसा करते हुए एक-दूसरे की जगह भेजा जा सकता है।

लंबे समय से शहर में जमे टीचर्स को गांव की नौकरी करनी पड़ सकती है।

जयपुर में यहां लग सकते हैं कैंप

ट्रांसफर के लिए इस बार भी जयपुर में राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल परिसर में ट्रांसफर कैंप लग सकते हैं। हालांकि ये जगह अब सभी टीचर्स की नजर में होने के कारण ट्रांसफर कैंप की जगह बदलने की कवायद भी उच्च स्तर पर चल रही है। बीस जून से पहले शिक्षा निदेशालय के सेक्शन से कार्मिकों को जयपुर के लिए रवाना किया जा सकता है। फिलहाल इस संबंध में कोई निर्देश कार्मिकों को नहीं दिए गए हैं।

नए सेशन से पहले आदेश

विभाग का प्रयास है कि एक जुलाई से शुरू हो रहे स्कूल्स के नए सेशन से पहले ट्रांसफर ऑर्डर जारी हो जाएं ताकि स्कूल खुलने तक संबंधित टीचर्स नई जगह पहुंच जाएं। हालांकि ये भी तय है कि जुलाई में भी ट्रांसफर होते रहेंगे। ऐसे में सरकारी स्कूलों में पहला महीना तबादलों की भेंट चढ़ना तय है।

डोटासरा की तरह पर्सनल टीम

शिक्षा मंत्री रहते हुए जिस तरह गोविन्द डोटासरा की पर्सनल टीम ने ट्रांसफर पर पूरी नजर रखी थी, उसी तरह डॉ. बी.डी. कल्ला की पर्सनल टीम भी ट्रांसफर प्रोसेस में शामिल रहेगी। ये टीम अभी ट्रांसफर के मार्गदर्शन तैयार करने में जुटी हुई है।