जैविक खेती प्रकृति और मानव के लिए आवश्यक: डॉ. श्रीराम शर्मा

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। जैविक खेती अधिक खर्चीली होने की भ्रांतियां किसान और आमजन में  व्यापक रूप से व्याप्त है। यह सबको जानना चाहिए कि यह जीरो इन्वेस्टमेंट एवं सरल प्रक्रिया है। शुरू की फसलों में बेशक उत्पादन कम होता है लेकिन मूल्य अच्छा मिल जाने के कारण पेस्टिसाइज फसलों के बराबर अर्जन हो जाता है। इसके साथ ही साल दर साल भूमि की उर्वरकता के साथ-साथ फसल उत्पादन बढ़ता चला जात है। श्री कर्ण नरेन्द्र एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, जोबनेर के सोइल साइंस एंड एग्रीकल्चर केमिस्ट्री हेड एवं प्रोफेसर रहे डॉ. श्रीराम शर्मा ने आह्वान जनकल्याण एवं सेवा समिति की ओर से बृहस्पतिवार को जैविक खेती विषयक सत्र में यह बात कही।

डॉ. श्रीराम ने कहा कि सर्वप्रथम जैविक खेती के लिए राज्य सरकार की ओर से रोका प्रमाण पत्र लेकर जैविक खेती शुरू की जा सकती है। वर्तमान में केमिकल युक्त छिड़काव युक्त अनाज-दाले ़एवं फसलों के उपभोग से इंसानों में मेडिसीन का असर कम हुआ है। जहां कम डोज की दवाइयों से मानव जल्द बीमारियों से रिकवर हो जाता है वहीं अब हर बीमारी के लिए भारी डोज की दवाइयां काम में लेनी पड़ रही है। ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन दवाइयों की भारी डोज का असर भी मानव शरीर के लिए कम पड़ जाएगा और ऐसी परिस्थिति से निपटना बेहद मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि जैविक खेती के बहुत लाभ हैं, सर्वप्रथम इंसान, फिर पशु और इसके बाद आने वाली पीढि़यां कुपोषण एवं रोग मुक्त होंगे।

ब्रेस्ट कैंसर जागरुकता के संबंध में जानकारी देते हुए विषय विशेषज्ञ अशोक प्रजापत ने कहा कि प्रतिवर्ष करीब दो लाख महिलाएं देश में ब्रोस्ट कैंसर की चपेट में आ रही है। यह स्थिति भयावह है। महिलाएं घर की धुरी होती है, इनके स्वास्थ्य के लिए निजी आैर सरकारी स्तर पर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। पहले अधेड़ आयु वर्ग में यह कैंसर पाया जाता था लेकिन अब नव युवतियां भी कैंसर का शिकार हो रही है। ऐसे में स्कूली किशोरियों आैर महिलाओं को सेल्फ असेसमेंट के प्रति जागृत करना होगा। समय-समय पर मेमोग्राफी एवं स्क्रीनिंग करने की आवश्यकता है। आह्वान संस्था की ओर से ब्रोस्ट कैंसर के चिकित्सकों की निगरानी में जल्द जागरूकता कार्यक्रम आरंभ किए जाएंगे। इस अवसर पर समिति के संस्थापक एवं सीएम के ओएसडी फारुक आफरीदी, संरक्षक रमेश ओझा, अध्यक्ष नरेश चंद्र राय, कोषाध्यक्ष प्रमोद खत्री, सचिव नफीस ने डॉ. श्रीराम का उत्कृष्ट जैविक खेती में योगदान के लिए स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। कार्यक्रम में किसान नेता बृजेंद्र चौधरी, युवा नेता फिरोज, गौसेवी मुकेश शर्मा, ग्रीन कूलिंग सोल्यूशंस निदेशक नदीम, नरेश विमालचा, ओम दैया, अमित मिश्रा, इमरान और ईआईआईएम निदेशक फिरोज उपस्थित थे।