विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर.सिक्किम के जेमा में शुक्रवार को आर्मी का ट्रक खाई में गिरने से सेना के 16 जवानों के शहीद होने की दुखद घटना सामने आई है. इस ट्रक में राजस्थान के भी तीन जवान थे जो शहीद हो गए हैं. ये तीनों शहीद जवान जोधपुर, जैसलमेर और झुंझुनूं के निवासी हैं. हादसे में चार जवान घायल हो गए हैं.
शहीदों में जैसलमेर के जोगा गांव के निवासी सुबेदार गुमान सिंह (45) साल भी शामिल हैं, जो पांच दिन पहले ही छुट्टी बिताकर वापस ड्यूटी पर गए थे. इस दु:खद घटना की अभी तक उनके परिजनों को सेना द्वारा सूचना नहीं दी गई है, लेकिन जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में इनके शहीद होने की सूचना प्राप्त हुई है. संभावना है कि इनका पार्थिव शरीर रविवार तक जैसलमेर पहुंचेगा.
मिली जानकारी के मुताबिक सिक्किम में हुए हादसे में ट्रक के साथ आर्मी के दो वैन और थे. तीनों वाहन शुक्रवार सुबह चटन से थंगू के लिए निकले थे. रास्ते में ट्रक एक मोड़ पर फिसलकर खाई में जा गिरा था. हादसे में राजस्थान के 3 जवान शहीद हो गए हैं. जिसमें जैसलमेर के जोगा गांव के रहने वाले सूबेदार गुमान सिंह सोलंकी, जोधपुर के सिपाही सुखाराम और झुंझुनूं के लांस नायक मनोज कुमार हैं.
जिला सैन्य कल्याण अधिकारी रिटायर्ड कर्नल एएस बरियावल ने पुष्टि करते हुए बताया कि शुक्रवार सिकिम में हुए हादसे में जैसलमेर के जोगा गांव निवासी सुबेदार गुमान सिंह शहीद हुए हैं.
10 महीने बाद रिटायर होने वाले थे गुमान सिंह
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक जैसलमेर के जोगा गांव के रहने वाले सूबेदार गुमान सिंह सोलंकी 5 दिन पहले छुट्टी बिताकर सिक्किम गए थे. उनके परिवार में मां, पत्नी रेखा कंवर और 5 बच्चे हैं. जिनमें तीन पुत्रियां व दो पुत्र हैं. बच्चों में सबसे बड़ा प्रहलाद सिंह 15 वर्ष, जयश्री 13 वर्ष, चंचल 10 वर्ष, निशान 8 वर्ष और सबसे छोटा पुत्र सुनील 5 साल का बताया जा रहा है. गुमान सिंह ने 27 साल पहले भारतीय सेना को जॉइन किया था. बताया जा रहा है कि 10 महीने बाद ही वे सेना से रिटायर होने वाले थे. गुमान सिंह के 2 बड़े भाई भी हैं. एक बड़े भाई अमर सिंह फौज से ही रिटायर हैं. उनके निधन की खबर के बाद गांव जोगा समेत पूरे जिले में शोक की लहर है.
सूत्रों के मुताबिक सूबेदार गुमान सिंह ने अपनी 27 साल की नौकरी में श्रीनगर व लेह लद्दाख समेत भारत में कई जगह सेवा दी है. हाल ही में आंध्र प्रदेश से उन्हें सिक्किम भेजा गया था. सिक्किम जाने से पहले वे 7 दिन के लिए परिवार से मिलने जैसलमेर आए थे. परिवार के साथ समय बिताकर 5 दिन पहले ही वे सिक्किम गए थे. वे राज-रिफ यूनिट में तैनात थे.