राज्य बजट 2023-24, मुख्यमंत्री ने हर वर्ग, क्षे़त्र को दी है राहत, पर्यटन क्षेत्र को मिली है महत्वपूर्ण सौगातें – पर्यटन मंत्री

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। पर्यटन मंत्री श्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि बचत, राहत और बढ़त की थीम पर आधारित राज्य बजट 2023-24 युवाओं की उम्मीदों, आकांक्षाओं को पूरा करने के साथ-साथ राज्य के विकास को गति देगा। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने बजट में किसान, पशुपालक, महिला, कर्मचारी, उद्यमी, मजदूर, दिव्यांग, वंचित सहित प्रत्येक वर्ग का ध्यान रखा गया है। साथ ही, युवाओं के लिए रोजगार सृजन के अवसर के लिए विभिन्न घोषणाएं की गई है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि राज्य बजट में पर्यटन क्षेत्र को संबल देने के लिए पर्यटन विकास कोष की राशि को 1 हजार करोड़ से बढ़ा कर 1 हजार 500 करोड़ किया गया है, जो कि सराहनीय कदम है। जोधपुर, माउंट आबू, उदयपुर सहित पांच स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के गोल्फ कोर्स विकसित करने की घोषणा की गई है। इससे गोल्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि बजट में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकारों, लेखकोे और साहित्य प्रेमियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में राजस्थान लिटरेचर फेस्टिवल के आयोजन की घोषणा स्वागत योग्य कदम है। साथ ही, उन्हें प्रोत्साहन देने के लिए कन्हैयालाल सेठिया, कोमल कोठारी, सीताराम, विजयदान देथा के नाम पर साहित्य पुरस्कार शुरू करने की घोषणा भी की गई है। बजट में लोक कलाकारों को संबल देने के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इससे कलाकारों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रदेश के प्रमुख लक्खी मेलों में आने वाले श्रद्धालुओं एवं यात्रियों को रोडवेज की साधारण एवं एक्सप्रेस बसों के किराये में छूट 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की घोषणा करना एक महत्वपूर्ण पहल है।

श्री सिंह ने कहा कि सिविल एविएशन में सम्भावनाओं के साथ-साथ ड्रोन के बढ़ने प्रचलन को देखते हुए युवाओं की क्षमता विकास के लिए फुर्सतगंज (अमेठी)-उत्तरप्रदेश में संचालित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी की तर्ज पर जयपुर में राजीव गांधी एविएशन यूनिवर्सिटी बनाने की घोषणा हुई है। इसके अंतर्गत पायलट ट्रेनिंग अकादमी की स्थापना के साथ ही एयरक्राफ्ट मैंटीनेश इंजीनियरिंग, फ्लाइट अटेन्डेंस, एविएशन मैनेजमेंट कोर्स, सिमुलेटर ट्रेनिंग एवं ड्रोन रिलेटेड समस्त ग्राउण्ड कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। इस पर 350 करोड़ रुपए व्यय होंगे। इससे ऊंची उड़ान के सपने देखने वाले युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा।