आगामी आवासीय व व्यवसायिक परियोजनाओं में वास्तु शास्त्र का विशेष ध्यान रखा जाएगा
विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। आवासन आयुक्त श्री पवन अरोड़ा ने कहा की मंडल गुणवत्ता के साथ आमजन का भरोसा और विश्वास भी जीतेगा। उन्होंने कहा कि मंडल द्वारा भविष्य में बनाए जाने वाले आवासीय और व्यवसायिक निर्माण में वास्तु शास्त्र का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
श्री अरोड़ा मंगलवार को राजस्थान आवासन मंडल मुख्यालय ‘आवास भवन’ में ‘वास्तु शास्त्र: आवासन एवं नियोजन में उपादेयता’ विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय वर्कशॉप को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्कशॉप का उद्देश्य वास्तु से जुड़ी भ्रांतियां दूर कर वैज्ञानिक व तार्किक बातों की स्वीकार्यता बढ़ाना है।
श्री अरोड़ा ने कहा कि मंडल ने सदैव आमजन की भावनाओं और बदलते समय और मांग का ख्याल रखते हुए भवनों का निर्माण किया है। आज के दौर में आमजन की प्राथमिकता वास्तु आधारित भवनों को खरीदने की रहती है। उन्होंने कहा कि आमजन की इसी बात को ध्यान में रखते हुए सभी अधिकारियों के साथ वास्तु शास्त्र पर गहन मंथन किया है ताकि गुणवत्ता के साथ आमजन का वास्तु सम्मत आवास भी उपलब्ध कराए जा सकें।
वर्कशॉप के दौरान इंडियन काउंसिल आफ एस्ट्रोलॉजिकल साइंसेज के प्रोफेसर, वास्तुविद और ज्योतिषाचार्य श्री सतीश शर्मा ने मंडल के तकनीकी इंजीनियरों तथा अधिकारियों को पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के जरिए वास्तु के गुर दिए। उन्होंने खास तौर पर दिशा संबंधी वास्तु पर जोर देते हुए कहा कि दिशाएं भगवान द्वारा नहीं बल्कि इंसानो द्वारा बनाई गई है। ऐसे में किसी खास दिशा को दोष वास्तु नहीं देता। उन्होंने कहा कि वास्तु पूरी तरह सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा पर कार्य करता है। सही मायनों में वह भवन पूरी तरह सफल होता है, जहां पंचतत्व को पर्याप्त और सही स्थान मिल सके।
श्री शर्मा ने कहा कि प्राइवेट बिल्डर्स तो वास्तु शास्त्र के अनुसार निर्माण कर लेते हैं लेकिन सरकारी एजेंसियों का उस और ध्यान कम रहता है लेकिन आवासन मंडल इसमें अपवाद है। मंडल ने आवासीय और व्यवसायिक निर्माण में वास्तु शास्त्र का ध्यान रखने की कार्य योजना बनाई है।
वर्कशॉप में मंडल सचिव, श्रीमती अल्पा चौधरी, वित्तीय सलाहकर श्रीमती संजय शर्मा, मुख्य संपदा प्रबंधक श्रीमती दीपाली भगोतिया, मुख्य अभियंता श्री मनोज गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक श्री अनिल माथुर सहित अतिरिक्त मुख्य अभियंता, उप आवासन आयुक्त, तकनीकी सहायक और आवासीय अभियंता स्तर के सभी अधिकारी उपस्थित रहे।
श्री अरोड़ा मंगलवार को राजस्थान आवासन मंडल मुख्यालय ‘आवास भवन’ में ‘वास्तु शास्त्र: आवासन एवं नियोजन में उपादेयता’ विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय वर्कशॉप को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्कशॉप का उद्देश्य वास्तु से जुड़ी भ्रांतियां दूर कर वैज्ञानिक व तार्किक बातों की स्वीकार्यता बढ़ाना है।
श्री अरोड़ा ने कहा कि मंडल ने सदैव आमजन की भावनाओं और बदलते समय और मांग का ख्याल रखते हुए भवनों का निर्माण किया है। आज के दौर में आमजन की प्राथमिकता वास्तु आधारित भवनों को खरीदने की रहती है। उन्होंने कहा कि आमजन की इसी बात को ध्यान में रखते हुए सभी अधिकारियों के साथ वास्तु शास्त्र पर गहन मंथन किया है ताकि गुणवत्ता के साथ आमजन का वास्तु सम्मत आवास भी उपलब्ध कराए जा सकें।
वर्कशॉप के दौरान इंडियन काउंसिल आफ एस्ट्रोलॉजिकल साइंसेज के प्रोफेसर, वास्तुविद और ज्योतिषाचार्य श्री सतीश शर्मा ने मंडल के तकनीकी इंजीनियरों तथा अधिकारियों को पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के जरिए वास्तु के गुर दिए। उन्होंने खास तौर पर दिशा संबंधी वास्तु पर जोर देते हुए कहा कि दिशाएं भगवान द्वारा नहीं बल्कि इंसानो द्वारा बनाई गई है। ऐसे में किसी खास दिशा को दोष वास्तु नहीं देता। उन्होंने कहा कि वास्तु पूरी तरह सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा पर कार्य करता है। सही मायनों में वह भवन पूरी तरह सफल होता है, जहां पंचतत्व को पर्याप्त और सही स्थान मिल सके।
श्री शर्मा ने कहा कि प्राइवेट बिल्डर्स तो वास्तु शास्त्र के अनुसार निर्माण कर लेते हैं लेकिन सरकारी एजेंसियों का उस और ध्यान कम रहता है लेकिन आवासन मंडल इसमें अपवाद है। मंडल ने आवासीय और व्यवसायिक निर्माण में वास्तु शास्त्र का ध्यान रखने की कार्य योजना बनाई है।
वर्कशॉप में मंडल सचिव, श्रीमती अल्पा चौधरी, वित्तीय सलाहकर श्रीमती संजय शर्मा, मुख्य संपदा प्रबंधक श्रीमती दीपाली भगोतिया, मुख्य अभियंता श्री मनोज गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक श्री अनिल माथुर सहित अतिरिक्त मुख्य अभियंता, उप आवासन आयुक्त, तकनीकी सहायक और आवासीय अभियंता स्तर के सभी अधिकारी उपस्थित रहे।