विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। महंगाई राहत कैम्पों में मिल रहे लाभ से आमजन का जीवन संवर रहा है। इन कैम्पों में बढ़ती महंगाई से राहत पाकर लोग कैम्प आयोजन के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त कर रहे हैं। एक ही छत के नीचे आमजन को 10 जनकल्याणकारी योजनाओं का तत्काल लाभ मिलने से उन्हें दफ्तरों के चक्कर लगाने से निजात मिल रही है। घर बैठे लोगों को राहत देने की राज्य सरकार की यह पहल सर्वत्र चर्चा का विषय बनी हुई है। सोशल मीडिया से लेकर गांव की चौपालों और गली-मौहल्लों तक इन कैम्पों के आयोजन के लिए राज्य सरकार की सराहना की जा रही है। लोगों को मिल रही राहत इन कैम्पों की सफलता की कहानी स्वत: ही बयां कर रही हैं।
शीला को मिला सरकार का साथ
करौली जिले की बालोती ग्राम पंचायत निवासी शीला देवी के पति अधिकतर बीमार रहते हैं। घर की पूरी जिम्मेदारी शीला देवी पर आ गई है। मेहनत-मजदूरी कर वे बड़ी मुश्किल से परिवार का गुजारा चलाती हैं। कुछ दिन पूर्व उनका सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर सिटी में अपने रिश्तेदार के यहां आना हुआ। रिश्तेदार से पता चलने पर वे गंगापुर सिटी में आयोजित कैंप में रजिस्ट्रेशन करवाने पहुंची। उन्हें 7 योजनाओं के गारंटी कार्ड सौंपे गए। योजनाओं का लाभ पाकर प्रसन्न शीला देवी ने कहा की राज्य सरकार की यह पहल उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। अब वे महंगाई का मुकाबला कर आसानी से घर चला पाएंगी, साथ ही अपने पति का भी उपयुक्त इलाज करवा पाएंगी।
सास-बहू को मिली खुशियों की गारंटी
अजमेर जिले की भटसुरी ग्राम पंचायत में आयोजित कैम्प में श्रवणी देवी तथा उनकी बहू लक्ष्मी रजिस्ट्रेशन करवाने पहुंचीं। उन्हें 8 योजनाओं से लाभान्वित कर महंगाई से राहत प्रदान की गई। उन्हें अब 500 रूपए में गैस सिलेंडर, 25 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा, 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा, 100 यूनिट फ्री बिजली, न्यूनतम 1000 रूपए सामाजिक सुरक्षा पेंशन, दो दुधारू पशुओं का प्रति पशु 40 हजार रूपए का बीमा, 125 दिन का रोजगार तथा मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट का लाभ मिलेगा। सत्यापन के अभाव में रुकी हुई श्रवणी देवी की पेंशन भी शिविर में तत्काल शुरु करवाई गई। राहत पाकर श्रवणी देवी व लक्ष्मी ने खुश होकर सरकार को धन्यवाद दिया। कहा, आठ योजनाओं का लाभ पाकर अब उन्हें खुशियों की गारंटी मिल गई है। कमरतोड़ महंगाई अब तनाव नहीं देगी।
इनायत को मिली चिन्ता से मुक्ति
बूंदी जिले के बड़ौदिया गांव निवासी 58 वर्षीय इनायत अली का परिवार भूमिहीन होने के कारण खेतों में मजदूरी करके अपना गुजारा चलाता है। बढ़ती महंगाई के कारण बच्चों की पढ़ाई का खर्च, बीमारी का खर्च उठा पाना मुश्किल हो जाता है। समाचार पत्र के माध्यम से पता चला तो तत्काल कैम्प में पहुंचकर रजिस्ट्रेशन करवाया। उन्हें 4 योजनाओं के गारंटी कार्ड सौंपे गए तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा, नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट तथा 100 यूनिट नि:शुल्क बिजली योजना का लाभ मिलने से अब इनायत काफी हद तक चिन्तामुक्त हो गए हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए वे कहते हैं कि कैम्पों से निर्धन और जरुरतमंद परिवारों को सहारा मिल रहा है।
“अब तो सरकार जीवा दीदी”
भीलवाड़ा जिले के नारायणपुरा गांव निवासी घीसीदेवी के पति का निधन 2 वर्ष पूर्व हो चुका है। वे नि:संतान हैं और आगे-पीछे कोई नहीं हैं। जानकारी के अभाव में पेंशन भी नहीं मिल पा रही थी। पशुपालन व मनरेगा में मजदूरी कर वे जीवनयापन कर रही हैं, लेकिन बुढ़ापे की चिन्ता सताती है। कैम्प में उपखण्ड अधिकारी ने तत्काल दस्तावेज तैयार करवाकर पेंशन का आवेदन करवाया। साथ ही, 500 रुपये में गैस सिलेंडर, मनरेगा में 125 दिन का रोजगार, नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट एवं मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में लाभ के गारंटी कार्ड सौंपे। जब उन्हें मिलने वाले लाभों के बारे में अवगत कराया तो वे खुश होकर बोलीं- “अब तो सरकार जीवा दीदी।”
सरल हुआ सीमा का जीवन
कोटा के अनंतपुरा की निवासी सीमा को कैंप में 5 योजनाओं का लाभ मिला है। उनके परिवार में 5 सदस्य हैं, जिनमें 3 बच्चे शामिल हैं। सीमा के पति घर के एकमात्र कमाऊ सदस्य हैं। वे कहती हैं कि इतनी महंगाई के दौर में परिवार का पेट भर पाना और बच्चों को अच्छी शिक्षा दे पाना बहुत ही मुश्किल काम है। ऐसे में राज्य सरकार की महंगाई से राहत देने की यह पहल सराहनीय है। उन्हें इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, 100 यूनिट फ्री बिजली एवं नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट का लाभ मिला है। महंगाई से मिली राहत से उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो पाएगा। साथ ही, रसोई के खर्चों में कटौती से अब वे कुछ बचत कर पाएंगी।
घर बैठे हुआ मुक्ता का रजिस्ट्रेशन
कोटा जिले के इटावा की रहने वाली मुक्ता दिव्यांग है। महंगाई राहत शिविर में पहुंचना उनके लिए संभव नहीं था। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ लेने की मंशा से अपने परिचित को कैम्प में भेजा। अधिकारियों ने मुक्ता की तकलीफ को समझते हुए उनका घर बैठे सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए रजिस्ट्रेशन किया। प्रशासन का सहयोग पाकर मुक्ता और उनका परिवार गदगद है। उनके पिता आभार व्यक्त करते हुए कहते हैं कि अधिकारियों ने संवेदनशीलता दिखाते हुए जिस सरलता से मुक्ता को पेंशन का लाभ दिया है वह मानवता की मिसाल है। राज्य सरकार द्वारा आयोजित इन कैम्पों से लोगों का आत्मसम्मान के साथ जीने का सपना साकार हो रहा है।
दीवान सिंह के चेहरे पर छलकी खुशी
महंगाई राहत शिविर में 8 कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पाकर बीकानेर निवासी दीवान सिंह के चेहरे पर खुशी छलक पड़ी। उन्होंने बताया कि उनके पिता का निधन 3 साल पहले हो चुका है। मां 64 साल की उम्र में चार बच्चों का भरण-पोषण जैसे-तैसे कर रही है। खेत में अच्छी पैदावार नहीं होती। ऊपर से बेतहाशा महंगाई ने कमर तोड़ दी है। ऐसे में जानकारी मिली तो कैम्प में पहुंचकर अपने परिवार का पंजीकरण करवाया। अब परिवार को आठ योजनाओं का लाभ मिलेगा। इससे परिवार का गुजारा आसानी से हो सकेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन शिविरों से प्रदेश के करोड़ों गरीब और जरूरतमंद लोगों को राहत मिल रही है।
मजदूर को खुशियों के ‘दर्शन’
श्रीगंगानगर जिले के 2 जीबी निवासी दर्शन कुमार मजदूरी कर अपना जीवनयापन करते हैं। वे जैतसर क्षेत्र में आयोजित कैंप में रजिस्ट्रेशन करवाने पहुंचे। उन्हें 8 गारंटी कार्ड प्राप्त हुए तो चेहरा खुशी से खिल उठा। दर्शन कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, 100 यूनिट फ्री बिजली, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना एवं इंदिरा गांधी गैस सिलेण्डर सब्सिडी योजना का लाभ मिलने से अब उनकी जिन्दगी आसान हो जाएगी। इतनी सारी योजनाओं के लाभ से परिवार को रोजी-रोटी की दिक्कत नहीं रहेगी।