विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। कृषि एवं उद्यानिकी शासन सचिव, डॉ. पृथ्वी की अध्यक्षता में मंगलवार को पंत कृषि भवन में किसान मेले की बैठक आयोजित की गई। बैठक में शासन सचिव ने मेले में की जा रही तैयारियों की कमेटियों के संबंधित अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली और आयोजन में आ रही समस्याओं के जल्द निस्तारण के लिये उचित दिशा-निर्देश दिये।
शासन सचिव ने बताया कि 16 से 18 जून का जे.ई.सी.सी. सीतापुरा, जयपुर में राज्य स्तरीय मेले का आयोजन किया जा रहा है साथ ही 23 से 24 जून को उदयपुर एवं 30 जून एवं 01 जुलाई को जोधपुर में संभाग स्तरीय मेलों का आयोजन किया जा रहा है। राज्य स्तरीय मेले में 50 हजार और संभाग स्तरीय मेले में 20—20 हजार कृषक हिस्सा लेंगे।
बैठक में डॉ. पृथ्वी ने कहा कि राजस्थान में कृषि उत्पादकता और किसानों को नवीनतम तकनीकों से रूबरू करवाने के लिए राज्य सरकार कृृषक मेलों का आयोजन कर रही है ताकि कृषि, प्रौद्योगिकी और व्यापार के क्षेत्र में लोगो को एक मंच पर लाया जा सके जिससे कृषि और संबंधित क्षेत्रो में समावेशित विकास सुनिश्चित करने के लिए यह अनूठी पहल खेती, प्रौद्योगिकी, शिक्षाविदों और निति सहित सभी क्षेत्र के हितधारको को स्थिरता और आर्थिक व्यवहारिता में सुधार की प्रक्रिया उत्प्रेरित करने के लिए अपने विचारों का आदान-प्रदान कर सकंेगे।
कृषि आयुक्त श्री कानाराम ने बताया कि तीन-दिवसीय मेले में नयी तकनीके कृषकों को सिखायी जाएगी जिससे कम लागत में अधिक आय प्राप्त हो सके और कृषक आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगे।
कृषि आयुक्त ने कहा कि मेले का उद्देश्य किसानों को नवीनतम तकनीकी की जानकारी, आधुनिक कृषि पद्वतियों का प्रचार, कृषि क्षेत्र में नये विचारों और उद्यमशीलता समाधानों की प्रदर्शनी के लिए विभिन्न हितधारकों को मंच प्रदान करना एवं नये व्यवसायिक अवसरों और विकास के रास्ते तक पहुंच प्रदान करना है।
इस दौरान बैठक में श्री विश्वमोहन शर्मा, विशेष सचिव, गृह, श्री लक्ष्मण सिंह कुड़ी, आयुक्त, उद्यानिकी, श्री महावीर प्रसाद मीणा, एम.डी. (आर.एस.डब्ल्यू.सी.), डॉ. रश्मि शर्मा, निदेशक, पर्यटन, श्रीमती नलिनी कठोतिया, सचिव, (जे.डी.ए.), डॉ. भवानी सिंह राठौड, निदेशक, पशुपालन, श्री जय सिंह, अतिरिक्त निदेशक, कृषि विपणन विभाग, श्रीमती आशु चौधरी, महाप्रबंधक, (आर.एस.ए.एम.बी.), श्री जसवंत सिंह, प्रबंध निदेशक, राजस्थान राज्य बीज निगम, श्री किशोर कुमार, एटीसी, ट्रांसपोर्ट और विभागीय उच्च अधिकारी मौजूद रहे।