विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। प्रदेश के कतिन एवं बुनकरों को खादी ग्रामोद्योग संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रशिक्षण प्रारम्भ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इन प्रशिक्षण कार्यों में 3.88 करोड़ रुपए व्यय होंगे। खादी बोर्ड द्वारा संचालित सात प्रशिक्षण केंद्रों पर एक से दो माह का प्रशिक्षण मिलेगा।
खादी बोर्ड द्वारा कोटा, जोधपुर, भरतपुर, बीकानेर, अजमेर (पुष्कर), जयपुर (सांगानेर) तथा सिरोही (माउंट आबू) में प्रशिक्षण केन्द्र संचालित हैं। इन केन्द्रों पर कतिन एवं बुनकरों को प्रशिक्षण के बाद स्वरोजगार प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी। खादी उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रशिक्षण में खादी डिजाइन, चरखा, कर्घा, लूम्स आदि सरजाम रिपेयरिंग/सर्विस एवं रखरखाव, सूती, ऊनी एवं पोली खादी वस्त्रों पर कशीदाकारी, दरीपट्टी निर्माण, वस्त्र एम्ब्रोईडरी कोर्स, पैकिंग (हार्ड बोर्ड एवं मिठाई के डिब्बे निर्माण), अगरबत्ती एवं धूपबत्ती निर्माण, चर्म उद्योग (बैग एवं चप्पल जूता निर्माण), स्टील फर्नीचर, तेलघानी उद्योग, अनाज दाल प्रशोधन (मसाला, पापड़ मंगोड़ी उद्योग), साबुन, वाशिंग पाउडर निर्माण, मधुमक्खी पालन कार्य सहित कई कार्यों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा बजट वर्ष 2023-24 में इस संबंध में घोषणा की गई थी।