विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। मुख्य सचिव श्रीमती ऊषा शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने के लिए स्लम, पेरीफेरी एरिया सहित ऐसे क्षेत्र जिनमें टीकाकरण का प्रतिशत कम है, उन्हें विशेष रूप से चिन्हित कर एक विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में सभी संबंधित विभाग अपना शत-प्रतिशत योगदान दें ताकि प्रदेश में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। मुख्य सचिव शुक्रवार को शासन सचिवालय में टीकाकरण के संबंध में गठित राज्य स्तरीय स्टेरियंग कमेटी को वीसी के माध्यम से सम्बोधित कर रही थी।
मुख्य सचिव ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी है । उन्होंने कहा कि टीकाकरण का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के साथ हमें मिजल्स और रूबेला को प्रदेश से पूरी तरह समाप्त करना होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि लोगों में जागरूकता के लिए धार्मिक एवं आध्यात्मिक गुरूओं, स्वयंसेवी संस्थाओं आदि का सहयोग लें।
निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से टीकाकरण की जानकारी घर-घर तक पहुंचाये। टीकाकरण दिवस के दिन महिला पर्यवेक्षक सीडीपीओ एवं उच्च स्तरीय अधिकारी फील्ड विजिट करें। इसी प्रकार शिक्षा विभाग प्रार्थना एवं बाल सभाओं तथा अभिभावक मिटिंग में टीकाकरण की जानकारी को प्रसारित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि अल्पसंख्यक विभाग में जिलों में पदस्थापित जिला अल्पसंख्यक अधिकारी मदरसों में पढने वाले बच्चों एवं उनके अभिभावकों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें।
अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती शुभ्रा सिंह ने बताया कि प्रदेश में 7 से 12 अगस्त, 11 से 16 सितम्बर तथा 9 से 14 अक्टूबर के बीच सघन टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। चिकित्सा विभाग ने इसके संबंध में सभी तैयारियां पूरी कर ली है।
इस दौरान मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे, साथ ही संबंधित विभागों के अधिकारी वीसी के माध्यम से मौजूद रहे।