राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा द्वारा 27 अक्टूबर, 2021 को एक दिन 24 घण्टें की प्रदेशव्यापी हड़ताल को पूजीकतृं करने की अपील

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा द्वारा दिनांक 27 अक्टूबर, 2021 को एक दिन 24 घण्टें की प्रदेशव्यापी हड़ताल की घोषणा की गई है। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम प्रबन्धन द्वारा कोरोना काल में पूर्ण रूप से वाहन संचालन नही होने तथा यात्री भार कम होने के बावजूद भी अपने संसाधनों एवं राज्य सरकार की सहायता से विगत 3 माह में कर्मचारी कल्याण हित में काफी कार्य किये गये है तथा आगे भी निगम प्रबन्धन द्वारा कर्मचारी कल्याण हित में सकारात्मक कार्यवाही किये जाने के लिए कृत्य संकल्प है।

2. निगम प्रबन्धन द्वारा कर्मचारी हित में उठाये गये सकारात्मक कदम निम्नानुसार हैः- ;पद्ध राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम में कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर कर्मचारी के आश्रित को राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम कर्मचारी कल्याण कोष से विगत 29 वर्ष से
25000/-रू एक मुष्त सहायता राशि उपलब्ध करवायी जा रही थी। प्रबन्धन द्वारा कर्मचारी हित में
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम कर्मचारी कल्याण कोष से कर्मचारी की मृत्यु होने पर
25000/-रू के स्थान पर 1.00 लाख रू की आर्थिक सहायता 24 सितम्बर, 2021 से दिये जाने का कर्मचारी हित में निर्णय लिया गया। ;पपद्ध निगम प्रबन्धन द्वारा कुछ समय से वेतन एवं पैंशन
का नियमित भुगतान ही हो पा रहा था। कर्मचारी हितो को दृष्टिगत रखते हुये जून एवं
जुलाई-2021 का भुगतान अगस्त-2021 में, अगस्त-2021 का सितम्बर, 2021 में तथा सितम्बर, 2021 का भुगतान 01 अक्टूर, 2021 को राज्य सरकार के अनुरूप वेतन भुगतान किया गया। प्रबन्धन का यह प्रयास है कि राज्य सरकार के अनुरूप सभी कर्मचारी/अधिकारियों को हर माह का वेतन एवं पैश्न का भुगतान अगले माह की एक तारीख को हो सकें।
निगम प्रबन्धन द्वारा राज्य सरकार द्वारा छठे वेतन आयोग में वेतन ले रहे कर्मचारियों एवं पैंशनरों को तत्काल एक मुश्त 25 प्रतिशत महंगाई भत्ते के आदेश 21 सितम्बर को
प्राप्त होते ही उसी दिवस को निगम कर्मचारियो/पैंशनरों के लिए भी आदेश जारी किये गये तथा इस बढोतरी से निगम पर लगभग 72 करोड़ रू0 प्रतिवर्ष का भार आयेगा, जिसे रोडवेज अपने संसाधनो से वहन करेगा। तथा माह जुलाई एवं अगस्त-2021 के महंगाई भत्ते का बकाया एरियर का भुगतान भी माह सितम्बर-2021 में जारी कर दिया गया।

निगम प्रबन्धन द्वारा ग्रेच्यूटी का भुगतान काफी समय से नही किया जा रहा था, जिसे शुरू कर जुलाई-2016 का भुगतान नवम्बर-2020 में कर दिया गया है। अगस्त-2016 का भुगतान 26. 08.2021 को सितम्बर-2016 का भुगतान 21 सितम्बर, 2021 को एवं अक्टूबर- 2016 का भुगतान 18 अक्टूबर, 2021 में कर दिया जावेगा। इसके अतिरिक्त मृतक सेवानिवृत कर्मचारियों के सेवापरिलाभों का भुगतान दिसम्बर, 2018 तक किया जा चुका है तथा जनवरी-2019 से जून-2019 तक का भुगतान 31 अक्टूबर, 2021 तक कर दिया जावेगा। निगम
प्रबन्धन द्वारा भविष्य में सेवानिवृत कर्मचारियो के बकाया चल रहे सेविनवृत परिलाभों का भुगतान शीघ्र किये जाने हेतु कार्ययोजना तैयार कर राज्य सरकार को प्रेश्विजयात की जा चुकी है, जिसमें राज्य सरकार से एक मुश्त 750 करोड़ रू का विशेष आर्थिक पैकेज प्राप्त किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

निगम प्रबन्धन द्वारा 5 वर्ष से अधिक अवधि पार 530 मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति दिये जाने के लिए निगम मण्डल द्वारा निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक को शिथलन देने के लिए अधिकृत किया गया है। उक्त निर्णय के क्रम में निगम प्रबन्धन द्वारा मृतक कर्मचारी के आश्रितों को त्वरित लाभ दिये जाने के उद्देश्य से अब तक कुल 173 मृतक कर्मचारी के आश्रितों को उनकी शेक्षणिक योग्यता के अनुरूप विभिन्न पदों पर अनुकम्पा नियुक्ति दी
जा चुकी है साथ ही इस क्रम में आगे भी त्वरीत कार्यवाही कर मृतक आश्रितो को अनुकम्पा
नियुक्ति दिये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

निगम प्रबन्धन द्वारा निगम कर्मचारी/अधिकारियों की काफी लम्बे समय से विभिन्न पदों की पदौन्नति बकाया होने के कारण प्रबन्धन द्वारा शीघ्र ही विभागीय पदौन्नति समिति की
बैठकें आयोजित करने के लिए कलेण्डर बनाकर माह सितम्बर 2021 तक 609 कर्मचारियों व अधिकारियों को पदौन्नति का लाभ दिया जा चुका है। कलेण्डर अनुसार शीघ्र ही लगभग 1350 अधिकारी व कर्मचारियों को पदौन्नति का लाभ मिल सकेगा।

निगम प्रबन्धन द्वारा कर्मचारियों को सातवें वेतनमान् का लाभ दिये जाने के लिये राज्य सरकार को प्रस्ताव प्रेश्विजयात किया गया है, जिस पर राज्य सरकार के स्तर से शीघ्र कार्यवाही करवाकर सातवें वेतनमान का लाभ दिये जाने की कार्यवाही की
जा रही है।
निगम प्रबन्धन द्वारा निगम बेडे़ में 550 नई बसों के क्रय किये जाने के लिए लगभग 150 करोड़ रू की लागत आने की संभावना को मध्यनजर रखते हुये राज्य सरकार से वित्तीय प्रबन्धन हेतु प्रयास किये जा रहे है।
निगम प्रबन्धन द्वारा निगम में सीधी भर्ती के रिक्त चल रहे पदों को भरने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किया हुआ है जिस पर उनके द्वारा कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
वर्तमान निगम प्रबन्धन द्वारा कर्मचारियों एवं पैंशनर्स की बकाया चल रही मांगो के क्रम में
सकारात्मक कार्यवाही की जा रही है तथा निगम प्रबन्धन के स्तर पर लम्बित मांगो का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। राज्य सरकार के स्तर पर निस्तारित होने वाली मांगों पर भी
सकारात्मक कार्यवाही किये जाने के प्रयास किये जा रहे है। इस सम्बन्ध में राज्य सरकार के स्तर से
सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है।

औधोगिक विवाद अधिनियम-1947 की धारा 12 व 13 के तहत् श्रम आयुक्त, राजस्थान सरकार को प्रकरण निगम द्वारा प्रेषित कर दिया गया है, चुंकि Public Unitility होने के कारण रोडवेज में हडताल का नोटिस प्राप्त होने पर श्रम विभाग द्वारा Mandatory प्रावधान होने के कारण Conciliation अनिवार्य है।

3. राजस्थान राज्य पथ परिवहन गिनम की आरएसआरटीसी आफिसर्स एसोसियेशन, राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी, फैडरेशन, राजस्थान परिवहन निगम मंत्रायलिक एवं अधीनस्थ कर्मचारी संघ तथा राजस्थान परिवहन निगम मजदूर कॉंग्रेस (इंटक) इन चारो यूनियनो ने अवगत कराया है कि वे हड़ताल का हिस्सा नही है। और यह इस बात की पुष्टि करता है कि हड़ताल करने से निगम की आय पर विपरित प्रभाव पडेगा और उसके कारण जो सुधार के प्रयास किये गये  है उनमें अपेक्षाकृत परिणाम नही आ पायेंगे। अतः राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम परिवार के सभी कर्मचारियो से अनुरोध है कि निगम प्रबन्धन द्वारा कर्मचारी व निगम हित में उठाये गये सकारात्मक कदमों को मध्यनजर रखते हुये हडताल पर नही जाकर निगम प्रबन्धन का सहयोग करें ताकि आगे भी कर्मचारी हित में सकारात्मक कदम उठाकर लम्बित मांगो को शीघ्र पूरा किया जा सके। आप सभी से अपेक्षा की जाती है कि निगम उधोग के हित में अपने फैसले पर विचार कर निगम के वाहन संचालन को लगातार बनाये रखेंगे। राज्य सरकार द्वारा बेरोजगारों को दी गई निगम में निःशुल्क यात्रा का लाभ पूर्व में आपके अथक प्रयास से रीट परीक्षा में दिये गये सहयोग
अनुसार उपलब्ध करायेंगे।