किशनगढ,अजमेर में मेडिकल ज्यूरि मेडिकल ज्यूरि मेडिकल ज्यूरिष्ट 1लाख रुपये रिश्वत रुपये रिश्वत रुपये रिश्वत लेते रंगे  हाथों गिरफ्तार 

आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी

विनय एक्सप्रैस समाचार, जयपुर। ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर अजमेर इकाई द्वारा आज मंगलवार को कार्यवाही करते हुये मनोज स्वामी मेडिकल ज्यूरिष्ट, यज्ञनारायण चिकित्सालय, किशनगढ़, जिला अजमेर को परिवादी से 1 लाख रुपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

File Photo : भगवान लाल सोनी – महानिदेशक : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक श्री भगवान लाल सोनी ने बताया कि ए.सी.बी. की अजमेर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि मेरे बड़े भाई द्वारा पुलिस थाना किशनगढ शहर में दर्ज करवाये गये प्रकरण संख्या 260/21 में परिवादी पक्ष के व्यक्तियों के आयी गंभीर चोटों को मेडिकल रिपोर्ट में आरोपी डॉ. मनोज मेडिकल ज्यूरिष्ट द्वारा धारा 307 आई.पी.सी. के दायरे में आने वाली चोट दर्शाने की एवज में 2 लाख रूपये रिश्वत राशि मांगकर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर एसीबी अजमेर इकाई के उप अधीक्षक अधीक्षक पुलिस अनूप सिंह के नेतृत्व में

शिकायत का सत्यापन किया गया। जिस पर आज उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्यवाही करते हुये मनोज स्वामी पुत्र कन्हैयालाल स्वामी निवासी 1266 रंगा मनोज स्वामीली गार्डन वैषाली नगर, जयपुर मेडिकल ज्यूरिष्ट यज्ञनारायण चिकित्सालय, कि यज्ञनारायण चिकित्सालय, कि यज्ञनारायण चिकित्सालय, किशनगढ जिला अजमेर को परिवादी से 1 लाख रुपये 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।

दिनेश एम.एन. : अतिरिक्त महानिदेशक – भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो

एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक श्री दिनेश एम एन एसीबी के अतिरिक्त महानिदशक दिनेश एम.एन. के निर्देशन में आरोपी के आवास एवं अन्य ठिकानों की ए.सी.बी. टीमों द्वारा तलाशी जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।

एसीबी महानिदेशक, भगवान लाल सोनी ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हैल्पलाईन नं. 1064 एवं वॉटसएप हैल्पलाईन नं 94135-02834 पर 24.7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने मेंं पूरी मदद करेगी। विदित रहे कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने को अधिकृत है।