कांग्रेस की राजनीति में और मजबूत हुए गहलोत अब मंत्रिमंडल फेरबदल व संगठन नियुक्तियों में भी चलेगा सिक्का!

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। राजस्थान की वल्लभनगर उदयपुर व धरियावद (प्रतापगढ़) विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए हुए मतदान के परिणाम मंगलवार को आए और कांग्रेस ने दोनों ही सीटें जीत ली हैं इस जीत के साथ ही कांग्रेस की राजनीति में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मजबूत बनकर उभरे हैं।

उन्होंने भाजपा से सीट छीनकर कांग्रेस का कुनबा बढ़ाया है इसके साथ ही गहलोत के विरोधियों को भी बड़ा झटका लगा है सरकार के 3 साल होने पर भी विजयी क्रम जारी है। गहलोत अब मंत्रिमंडल फेरबदल व संगठन नियुक्तियों पर फोकस करेंगे। इन दोनों ही कामों में गहलोत का सिक्का चलेगा। क्योंकि उपचुनाव जीतकर गहलोत ने फिर साबित कर दिया कि प्रदेश की कांग्रेस राजनीति में उनका कोई सानी नहीं है।

वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य की दो विधानसभा सीटों पर पार्टी की जीत को राज्य सरकार के सुशासन पर जनता की मोहर बताया हैण् गहलोत ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की नीतियों, कार्यक्रमों एवं राज्य सरकार के सुशासन पर जनता ने मोहर लगायी है।

गहलोत ने वल्लभनगर से कांग्रेस प्रत्याशी प्रीति शक्तावत तथा धरियावद से कांग्रेस के नगराज मीणा को विधानसभा उप चुनावों में जीत के लिये हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दोनों विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का आभार एवं कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी बधाई। कांग्रेस प्रत्याशियों को अपना आशीर्वाद एवं समर्थन देकर जनता ने हमारी सरकार को और अधिक मजबूती प्रदान की हैए विकास की कड़ी से कड़ी जोड़ी है तथा एक बड़ा संदेश दिया है।
इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सत्ताधारी पार्टी उपचुनावों में लगातार जीत रही है। 2018 विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में आठ विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए हैं जिनमें से कांग्रेस छह पर विजयी रही है व परम्परागत तौर पर राजग की रही दो सीटों पर मामूली अंतर से हारी।

गहलोत के अनुसार पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में आठ विधानसभा उपचुनाव हुए थे जिनमें से महज दो (25%) ही भाजपा जीत सकी थी जबकि हमारी सरकार के अभी तक के कार्यकाल में हुए आठ चुनावों में से छह में कांग्रेस जीती है यानी कांग्रेस की सफलता दर 75% है। यह विजय दिखाती है कि हमारी सरकार के सुशासन एवं जनकल्याणकारी नीतियों पर जनता को पूरा विश्वास हैण् इसी प्रकार भविष्य में भी हम जनता का भरोसा बनाए रखने में कामयाब होंगे।